साहित्यकार स्वयं प्रकाश

लेखन विद्या के थे महारथी,

आप हिन्दी के महान साहित्यकार।

कई विधाओं में लेखन किया,

साहित्य को दिया नया आकार।। 


20 जनवरी सन 1946 को जन्मे, 

मध्यप्रदेश जन्मस्थली था स्थान।

अद्भुत काव्य कहानी उनकी,

'स्वयं प्रकाश' मिला था नाम।।


मुख्यतः कहानीकार के रूप में,

आप हुये जग में बहुत विख्यात।

जनवादी लेखन से सम्बद्ध रहें, 

साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला सौगात।।


स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर आपने, 

2004 से भोपाल में निवास किया।

8 दिसम्बर, सन 2019 को,

कर्कट रोग के कारण देहांत हो गया।


रचयिता

वन्दना यादव "गज़ल"
सहायक अध्यापक,

अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,

विकास खण्ड-डोभी, 
जनपद-जौनपुर।

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