विश्व हिंदी दिवस

एक मात्र ही देश है भारत,

जिसका दर्जा है माँ सा।

भाषाओं के शीर्ष पे बैठी,

मेरे भारत की भाषा।।


10 जनवरी 1974, ऐसा विशेष दिन आया,

इस दिन से सारे जग ने विश्व हिन्दी दिवस मनाया।

हिन्दी मात्र नहीं भाषा यह भावों की अभिव्यक्ति है,

विश्व जिसे पहचाना वह हिन्दी भाषा की शक्ति है।।


हम सबकी पहचान है,

हर दिल का अरमान है।

भारत देश महान है,

हिन्दी जिसकी शान है।।


हिन्दी बोलो शर्माओ नहीं,

माँ को Mom बुलाओ नहीं।

हिन्दी का सम्मान करो,

निज भाषा पर अभिमान करो।।


रचयिता

अंकुर पुरवार,

सहायक अध्यापक,

उच्च प्राथमिक विद्यालय सिथरा बुजुर्ग,

विकास खण्ड-मलासा,

जनपद-कानपुर देहात।


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