होली आई
तर्ज - अमृत की बरसे बदरिया
रंगों की बरसे बदरिया,
होली आई साँवरिया।
बरसाने में खुशियाँ छाईं,
गोपियाँ होली खेलन आईं।
राधा निहारे डगरिया,
होली आई साँवरिया।
रंगों की बरसे बदरिया......
ग्वाल बाल हुडदंग मचाएँ,
संग में मोहन झूमें गाएँ।
मंगल गाए गुजरिया,
होली आई साँवरिया।
रंगों की बरसे बदरिया......
सज धज राधा रानी आईं,
पैरों में पायल छनकाई।
ओढ़ी श्याम रंग चुनरिया
होली आई साँवरिया।
रंगो की बरसे बदरिया......
भाव विभोर हुए नर नारी,
यशोदा मैया जाएँ बलिहारी।
लागे ना तोहे नजरिया।
होली आई साँवरिया।
रंगों की बरसे बदरिया......
रचनाकार
सपना,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय उजीतीपुर,
विकास खण्ड-भाग्यनगर,
जनपद-औरैया।
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