लघु उद्योग दिवस

अधिक रोजगार सृजन हेतु,

स्थानीय स्तर पर विकसित हो रोजगार।

स्थानीय हस्तकला और विशेषता को,

मिले नवीन बाजार और स्वीकार।।


लघु उद्योगों से आर्थिक विकास है होता,

कम लागत में योजनाएँ विकसित होता।

सरकारी पहल से मिलता महत्वपूर्ण योगदान,

ग्रामीण व्यवसाय को अर्थव्यवस्था में मिले संज्ञान।।


छोटे पैमाने पर व्यवसाय शुरू होता,

कार्यबल प्रबंधन में सहयोग भावना होता।

गरीबी, बेरोजगारी को दूर है करता,

लघु उद्योग भारती विकास का हिस्सा बनता।।


भारत में प्रतिवर्ष, 30 अगस्त को,

लघु उद्योग दिवस मनाया जाता है।

छोटे पैमाने से शुरू हो सशक्तीकरण,

स्थानीय रोजगार को बढ़ाया जाता है।।


रचयिता
वन्दना यादव "गज़ल"
सहायक अध्यापक,

अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,

विकास खण्ड-डोभी, 
जनपद-जौनपुर।

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