गणेश चतुर्थी

पुराणों के अनुसार भाद्रपद में चतुर्थी,

गणपति के जन्मोत्सव के रूप में चतुर्थी।

10 दिन तक चलता है यह उत्सव,

गौरी पुत्र गणेश के आगमन से चतुर्थी।।


भारत के विभिन्न भागों में इसे मनाएँ,

हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में ये आएँ।

गणेश जी की प्रतिमा की होती स्थापना,

प्रति दिन इनका पूजन सब कराएँ।।


मंगल मूर्ति गणेश नाम है गजानन,

प्रसन्नता रहती सदा इनके आनन।

पवित्रकों के स्वामी 'गणपति' का है अर्थ,

कृपा से फूल खिल जाए चाहे हो कानन।।


मोदक का भोग गणपति को लगाएँ,

प्रसन्न होकर देव संकट भगाएँ।

देवों में देव प्रथम देव है पूज्य,

रिद्धि सिद्धि के साथ गणपति जी आएँ।।


मंगल कामना करे जग ये सारा,

आप दिखाएँ हम सबको किनारा।

मूषक की सवारी गणपति जी करते,

गौरी पुत्र गणेश तेरा वेश लगे प्यारा।।


रचयिता

नम्रता श्रीवास्तव,

प्रधानाध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय बड़ेह स्योढ़ा,
विकास खण्ड-महुआ,

जनपद-बाँदा।


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