जन जागरूकता के सूत्रवाक्य
ध्यान दीजिए शुबह और शाम।
बच्चों की शिक्षा पहला काम।।
कल का शासक और प्रशासक।
अभी तो अपना छोटा बालक।।
शिक्षा करे विकास हमारा।
सबको शिक्षा लक्ष्य हमारा।।
पापा मम्मी के सब प्यारे।
शिक्षित हों भविष्य हमारे।।
शिक्षा पोषण प्यार, दुलार।
बच्चे-बच्चे का अधिकार।।
अभिभावक जी सहयोग करो।
थोड़ा सा समय प्रयोग करो।।
स्कूल में आओ समझो अपना।
बच्चे का जानो पढ़़ना लिखना।।
रहे उपस्थित रोज जो बच्चा।
उसका होगा अधिगम अच्छा।।
खेती के सब काम करो तुम।
बच्चे पर मत भार धरो तुम।।
अप्रैल महीने नाम लिखाओ।
अपने बच्चे तुम सभी पढ़ाओ।।
खुशियों का चमन महकाना है।
शिक्षा की ज्योति जलाना है।।
शिक्षक योग्य योग्यतम आये।
गाँव की शिक्षा हित में आये।।
नूतन अभिनव चित्र बनाने।
बेटा बेटी सब तो पढ़ाने।।
रचयिता
सतीश चन्द्र "कौशिक"
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय अकबापुर,
विकास क्षेत्र-पहला,
जनपद -सीतापुर।
बच्चों की शिक्षा पहला काम।।
कल का शासक और प्रशासक।
अभी तो अपना छोटा बालक।।
शिक्षा करे विकास हमारा।
सबको शिक्षा लक्ष्य हमारा।।
पापा मम्मी के सब प्यारे।
शिक्षित हों भविष्य हमारे।।
शिक्षा पोषण प्यार, दुलार।
बच्चे-बच्चे का अधिकार।।
अभिभावक जी सहयोग करो।
थोड़ा सा समय प्रयोग करो।।
स्कूल में आओ समझो अपना।
बच्चे का जानो पढ़़ना लिखना।।
रहे उपस्थित रोज जो बच्चा।
उसका होगा अधिगम अच्छा।।
खेती के सब काम करो तुम।
बच्चे पर मत भार धरो तुम।।
अप्रैल महीने नाम लिखाओ।
अपने बच्चे तुम सभी पढ़ाओ।।
खुशियों का चमन महकाना है।
शिक्षा की ज्योति जलाना है।।
शिक्षक योग्य योग्यतम आये।
गाँव की शिक्षा हित में आये।।
नूतन अभिनव चित्र बनाने।
बेटा बेटी सब तो पढ़ाने।।
रचयिता
सतीश चन्द्र "कौशिक"
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय अकबापुर,
विकास क्षेत्र-पहला,
जनपद -सीतापुर।
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