देवदूत

 मदर टेरेसा तुम भारत की शान हो,

मूरत ममता की जग में एक महान हो।


बन देवदूत भारत में आईं,

प्रेम दया बरसाने आईं।

दीन हीन लाचारों की भगवान हो,

मूरत ममता की जग में एक महान हो।

मदर टेरेसा............


अपने सुख दुःख की तुझे फिक्र ना,

पीड़ा दुःखियों की जाए सही ना।

अनाथों के लिए तुम सारा जहान हो,

मूरत ममता की जग में एक महान हो।

मदर टेरेसा...........


मरहम घावों पर तुमने लगाया,

सेवा भाव सदा दिखलाया।

हर दर्द और पीड़ा की रामबाण हो,

मूरत ममता की जग में एक महान हो।

मदर टेरेसा...


जीवन सादा और विचार उच्च थे,

उपकार किये जग पर हज़ार थे।

मिशनरियों की आन बान और शान हो,

मूरत ममता की जग में एक महान हो।

मदर टेरेसा........


नतमस्तक तेरे आगे जग सारा

बखान करे इतिहास हमारा।

हम नारी जाति का तुम अभिमान हो,

मूरत ममता की जग में एक महान हो।

मदर टेरेसा.......


रचनाकार

सपना,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय उजीतीपुर,
विकास खण्ड-भाग्यनगर,
जनपद-औरैया।

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