मिशन प्रेरणा

कितना गहरा अंधेरा है, 

चलो एक दिया जलाना है। 

हमको, तुमको, सबको मिलकर, 

नूतन परिवर्तन लाना है।


नही असंभव कुछ भी जग में,

मानव जब प्रण कर ले मन में। 

राहें कितनी भी हों मुश्किल,

राही बस चलते जाना है। 

हमको, तुमको, सबको मिलकर, 

नूतन परिवर्तन लाना है।


नदियाँ कितनी हों तूफानी,

नही डरते हैं स्वाभिमानी।

पतवार हौसलों की लेकर,

भँवर को तुम्हें हराना है।

हमको, तुमको, सबको मिलकर, 

नूतन परिवर्तन लाना है। 


मंजिल न मिल जाए जब तक, 

हरगिज न रुकना राही तब तक। 

शिक्षा का सूरज फैलाकर, 

अज्ञान का तिमिर मिटाना है। 

हमको, तुमको, सबको मिलकर,

नूतन परिवर्तन लाना है। 


शासन का है ये सुंदर प्रयास,

तीन हस्त पुस्तिकाओं का किया विकास।

आधारशिला, ध्यानाकर्षण, शिक्षण संग्रह से, 

बच्चों में बुनियादी शिक्षा लाना है।

हमको, तुमको, सबको मिलकर,  

नूतन परिवर्तन लाना है।


कंधों पर है जिम्मेदारी,

हमने कर ली है तैयारी।

प्रेरणा लक्ष्य हासिल करके, 

"सुमन" ये प्रेरक प्रदेश बनाना है। 

हमको, तुमको, सबको मिलकर, 

नूतन परिवर्तन लाना है।


कितना गहरा अंधेरा है, 

चलो एक दिया जलाना है। 

हमको, तुमको, सबको मिलकर, 

नूतन परिवर्तन लाना है।। 


रचयिता

सुमन सिंह,

सहायक अध्यापक,

उच्च प्राथमिक विद्यालय बिल्ली,

विकास खण्ड-चोपन, 

जनपद-सोनभद्र।



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