वी. वी. गिरि

"लेबर प्रॉब्लम्स इन इंडियन इंडस्ट्री"

"माय लाइफ एंड टाइम्स" की लिखी मिस्ट्री।

10 अगस्त 1894 को जन्म पाया,

वी वी गिरि नाम भारत के राजनेता की बताऊँ हिस्ट्री।।


देश के तीसरे उपराष्ट्रपति के पद पर शोभित,

चौथे राष्ट्रपति का पद किया सुशोभित।

मद्रास के प्रेसिडेंसी ब्रह्मपुर में हुआ जन्म,

प्रारंभिक शिक्षा ब्रह्मपुर से की थी प्राप्त।।


मद्रास में वकालत की करी थी शुरुआत,

1927 में मजदूरों के लिए बात की शुरुआत।

1937-39 तथा 1946-47 के बीच रहे मंत्री,

भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान जेल में पायी प्रशस्ति।।


1947-51 में सीलोन में भारत के रहे उच्चायुक्त,

राजनैतिक विचारधारा मजदूरों पर थी केंद्रित।

आम चुनाव में चुने गये थे गिरि सांसद,

श्रम और औद्योगिक संबंध बढ़ाने में किए नेतृत्व।।


भारतीय इतिहास में पहली बार लड़े चुनाव गिरि,

कांग्रेसी उम्मीदवार को हरा राष्ट्रपति चुनाव जीते गिरि।

भारतीय डाक एवं तार विभाग ने डाक टिकट किया जारी,

24 जून 1980 में चेन्नई में आँखें मूँदे गिरि।।


रचयिता
नम्रता श्रीवास्तव,
प्रधानाध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय बड़ेह स्योढ़ा,
विकास खण्ड-महुआ,

जनपद-बाँदा।


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