संख्याओं की पहचान

कन्फ्यूजन ही कन्फ्यूजन, ढूँढो इसका सोल्यूशन,
समझो राजू समझो राजन, संख्याओं का कन्फ्यूजन।

एक,दो,तीन,चार, पाँच....,हैं ये प्राकृतिक संख्याएँ,
नापो, तौलो,गिनो गिनती, अनंत तक इनको ले जाएँ।

अरे! कन्फ्यूजन ही कन्फ्यूजन, ढूँढो इसका सोल्यूशन,
समझो राजू समझो राजन, संख्याओं का कन्फ्यूजन।

जीरो दिया मेरे भारत ने, तब मिली हमें पूर्ण संख्याएँ,
विस्तार हुआ फिर ऋण-धन में, ऋणात्मक-धनात्मक पूर्णांक संख्याएँ।

अरे! कन्फ्यूजन ही कन्फ्यूजन, ढूँढो इसका सोल्यूशन,
समझो राजू समझो राजन, संख्याओं का कन्फ्यूजन।

शून्य, भिन्न, पूर्णांक, प्राकृतिक, सभी हैं परिमेय संख्याएँ,
हर में शून्य या जीरो हो तो, नहीं होती परिमेय संख्याएँ।

अरे! कन्फ्यूजन ही कन्फ्यूजन, ढूँढो इसका सोल्यूशन,
समझो राजू समझो राजन, संख्याओं का कन्फ्यूजन।

ऋणात्मक परिमेय संख्या होती, संख्या रेखा पर शून्य के बाईं ओर,
धनात्मक परिमेय संख्याएं कहलाती, शून्य के दायीं ओर।

अरे! कन्फ्यूजन ही कन्फ्यूजन, ढूँढो इसका सोल्यूशन,
समझो राजू समझो राजन, संख्याओं का कन्फ्यूजन।

रचयिता
आदित्या मौर्या,
सहायक अध्यापिका,
उच्च प्राथमिक विद्यालय कालाडुण्ड,
लखीमपुर, खीरी।

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