छोटी कलियाँ

झिलमिल झिलमिल करते रहते
हम हरदम ही चलते रहते
कभी न रुकना थकना जानें
सारा जग हम अपना मानें
आसमान के तारे हैं हम
सारे जहाँ के प्यारे हैं हम
हम से है यह सारी दुनिया
इसके ही रखवाले हैं हम
झिलमिल झिलमिल करते रहते
आसमान के तारे हैं**************

रचयिता
रतन लाल गंगवार,
प्रधानाध्यापक
प्राइमरी स्कूल नौगवां संतोष,
विकास खण्ड-बिलसंडा,
जनपद-पीलीभीत।

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