39- मेरा विद्यालय राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल मन्यूडा, गरूड़, बागेश्वर, उत्तराखण्ड
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👉1-विद्यालय- राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल मन्यूडा
👉2-विकासखंड- गरूड़, जिला- बागेश्वर, उत्तराखण्ड
👉3- स्थापना- 2007
👉4- छात्रों की उपलब्धि-
✍️a-शिक्षा के क्षेत्र में-
1- NNMSS छात्रवृत्ति में चयनित लगभग 15-16 का चयन हुआ है 2024-25 में प्रदीप सिंह राना तथा समर गोस्वामी।
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2- मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति में चयनित- 4 बच्चों का चयन 2024-25 में एक बालिका कुमारी मिली का चयन
3- इंस्पायर अवार्ड में चयनित जनपद स्तर पर 2023-24
✍️b- खेलकूद के क्षेत्र में- खो-खो, कबड्डी, एथलेटिक्स, योगा, विशेष व्यायाम आदि प्रतियोगिताओं में 2008-09 से प्रत्येक वर्ष लगभग 20-22 छात्र-छात्राएँ राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर रहें हैं, तथा स्थान भी प्राप्त कर रहे हैं।
खो-खो तथा योगासन में छात्र-छात्राओं का चयन राष्ट्रीय स्तर पर हुआ है।
2024-25 में विशेष व्यायाम में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में तृतीय स्थान प्राप्त किया पूर्व के वर्षों में भी बच्चों ने पदक जीते हैं। योगा में प्रत्येक वर्ष स्थान प्राप्त कर रहे हैं।
✍️C- सांस्कृतिक कार्यों में सहभागिता-
1- सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग करते हैं राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताओं में समूह गान, लोक नृत्य, एकांकी, अन्त्याक्षरी आदि में प्रतिभाग कर पुरस्कार प्राप्त किया है।
मानचित्र में 2024-25 में प्रदीप सिंह राना ने राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
सुलेख में जनपद पर तीसरा स्थान प्राप्त किया गया था। सपनों की उड़ान कार्यक्रम में बच्चों का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है।
कत्यूर महोत्सव में पिछले वर्ष सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बच्चों का उत्साह क्षेत्रीय लोगों ने 11000 की धनराशि देकर बढ़ाया।
✍️d- रचनात्मक कार्य- कहानी निर्माण, निबंध प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, सुलेख प्रतियोगिता, कि्वज प्रतियोगिता, मानचित्र प्रतियोगिता, बाल शोध, गणित विज्ञान प्रदर्शनी में भाग लिया गया और विभिन्न प्रतियोगिताओं में पुरस्कार प्राप्त किया गया है।
✍️e- कार्यानुभव- कम्प्यूटर चलाना, ऐपण, बागवानी, मिट्टी के खिलौने, पेन्टिंग, मैक्रम के तागे से विभिन्न तरह की सामग्री का निर्माण, कोरोशिया, मुखौटों का निर्माण, काग़ज़ की लुगदी से निर्मित सामग्री, दीवार पत्रिका निर्माण, निष्पयोज्य सामागी सामग्री से TLM तथा सजावटी वस्तुओं का निर्माण का कार्य कराया जाता है।
✍️f- पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में- विद्यालय का पूरा परिसर पेड़-पौधों से भरा है। विद्यालय के पास अपना किचन गार्डन है। जिसमें उगायीं गयीं सब्जियां का उपयोग मिडे मील में किया जाता है। बच्चों को समूह में बांटा गया है। प्रत्येक समूह के द्वारा अलग-अग़ल सप्ताह में पौधों को पानी दिया जाता है, तथा उनकी देखभाल करते हैं। प्रत्येक बच्चे का अपना गमला है। विद्यालय के पास 60 से 70 गमले हैं। विद्यालय परिवार तथा विद्यालय प्रबंधन समिति एवं अभिभावकों के द्वारा समय-समय पर वृक्षारोपण किया जाता है।
✍️i- अन्य- प्रार्थना सभा में अलग-अलग भाषाओं में प्रार्थना, विचार, समाचार, दोहे, संविधान की उद्देशिका, सामान्य ज्ञान, योग, व्यायाम कराया जाता है। प्रत्येक बच्चे के द्वारा सामान्य ज्ञान की कापी बनाई गई है, जिस पर प्रत्येक बच्चे द्वारा एक प्रश्न विश्व पर दूसरा प्रश्न राज्य पर तथा तीसरा विषय पर आधारित होता हैं, जिसे प्रार्थना स्थल पर ही जाँचा जाता है। अध्यापक द्वारा प्रत्येक बच्चे की कापी पर दो अंग्रेजी के शब्द लिखे जाते हैं, जिन्हें अगले दिन बच्चों द्वारा याद कर के सुनाया जाता है। प्रत्येक शनिवार को ख़ुशियों की पाठशाला का आयोजन किया जाता है, जिसमें विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। प्रतिभा दिवस, बाल सभा, जन्म दिवस का आयोजन किया जाता है। जिसका अभिलेखीकरण बच्चों द्वारा रजिस्टर में किया जाता है।
2- वर्तमान छात्र संख्या-16
👉5- विद्यालय प्रबंध समिति / स्थानीय समाज द्वारा दिया गया सहयोग- पूर्व में छात्र संख्या अधिक थी। तब विद्यालय प्रबंधन समिति के द्वारा दो अतिरिक्त अध्यापकों की व्यवस्था की गई थी। विद्यालय के मैदान के समतलीकरण पर सहयोग, अवकाश होने पर विद्यालय की देखरेख, बच्चों को कहीं पर भी ले जाने में सहयोग, मासिक बैठक में उपस्थित होकर, विधायक जी द्वारा फ़र्नीचर दिया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष के द्वारा बच्चों को ब्लेज़र दिए गए।
👉6- शिक्षकों का विवरण-
कमला परिहार, प्रभारी प्रधानाध्यापक
निर्मला आर्या, सहायक अध्यापिका जानकी गढ़िया, सहायक अध्यापिका
संयोजक हर्षवर्धन जमलोकी मिशन शिक्षण संवाद उत्तराखण्ड।
सादर धन्यवाद- टीम मिशन शिक्षण संवाद
वाट्सअप- 9458278429






















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