12/2025, बाल कहानी - 30 जनवरी


बाल कहानी- ईमानदारी का इनाम
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एक छोटे से गाँव तुलापुर में एक लड़का रहता था, जिसका नाम राहुल था। राहुल बहुत मेहनती और ईमानदार था। एक दिन वह जंगल में लकड़ी काटने गया। वहाँ उसे एक सोने का सिक्का मिला। राहुल ने सोचा, "यह सिक्का मुझे बहुत मदद कर सकता है, लेकिन क्या मुझे इसे रखना चाहिए?"
राहुल ने अपनी ईमानदारी पर विश्वास करते हुए सोने के सिक्के को गाँव के प्रधान जी के पास लेकर गया। वह प्रधान जी को बोला, "प्रधान जी! मुझे यह सिक्का जंगल में मिला है। यह किसी का भी हो सकता है, मैं इसे आपके पास लेकर आया हूँ।"
प्रधान जी ने राहुल की ईमानदारी को सराहा और कहा, "तुम बहुत ईमानदार हो राहुल! तुम्हारी ईमानदारी से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। मैं तुम्हें एक इनाम देता हूँ।"
तभी प्रधान जी ने उसे एक छोटा-सा घर और कुछ खेत दिए, ताकि वह अपनी मेहनत से खुशहाल जीवन जी सके। राहुल बहुत खुश हुआ और उसने प्रधान जी का 'धन्यवाद' दिया।
गाँव के लोग राहुल की ईमानदारी की सराहना करने लगे और उन्होंने उसे एक आदर्श मान लिया। तो बच्चों! आपने देखा, "यदि राहुल उस समय सोने के सिक्के को अपने पास रख लेता और उसे बेचकर अपना काम करता तो सोचो उसे क्या मिल पाता? उसे पुलिस भी पकड़ कर ले जाती। ईमानदारी से प्रधान जी ने खुश होकर उसे कितना बड़ा इनाम दिया तो इसी तरीके से आपको भी अगर कोई चीज गिरी हुई मिलती है, चाहे पैसे हों, चाहे रुपए हो या कोई भी सामान हो, तो आपको उसे अपने गाँव के प्रधान जी के पास या अपनी स्कूल की टीचर के पास जमा कर देना चाहिए।"

#संस्कार_सन्देश -
ईमानदारी हमेशा फलदायक होती है, और किसी भी मुश्किल वक्त में अपने सिद्धान्तों पर कायम रहना चाहिए।

कहानीकार-
#वन्दना_श्रीवास्तव
यू० पी० एस० कन्या हनुमानगंज, 
बहादुरपुर, प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)

कहानी वाचन-
#नीलम_भदौरिया
जनपद-फतेहपुर (उ०प्र०)

✏️संकलन
📝टीम #मिशन_शिक्षण_संवाद 
#दैनिक_नैतिक_प्रभात

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