महिला सशक्तिकरण विशेषांक- 304
*👩👩👧👧महिला सशक्तीकरण विशेषांक-304*
*मिशन शिक्षण संवाद परिवार की बहनों की संघर्ष और सफ़लता की कहानी*
(दिनाँक:- 18.08.2024)
नाम:- वंदना जोशी
पद- स. अ. विज्ञान
विद्यालय- रा.आ. क. उ.प्रा. वि. पऊ लोहाघाट (चंपावत)
*सफलता एवं संघर्ष की कहानी :-*👇
★प्रथम नियुक्ति/सामाजिक सेवा की शुरुआत 12.02.1997
रा.प्रा. वि.बटोली लोहाघाट (चंपावत)
★वर्तमान नियुक्ति/वर्तमान कार्यक्षेत्र
16.08.2010रा.आ. क. उ. प्रा. वि. पऊ लोहाघाट(चंपावत)
★प्रारम्भिक परिचय:- पिथौरागढ़ जिले में रहकर आरंभिक शिक्षा प्राप्त की। पिथौरागढ़ महाविद्यालय से बी. एस. सी. किया। पिथौरागढ़ जिले में जिला शिक्षक एवम् प्रशिक्षण संस्थान डीडीहाट से प्रशिक्षण प्राप्त किया। तदोपरांत प्रा. वि . बटोली लोहाघाट (चंपावत) में स.अ. के पद पर नियुक्ति ली। 2008 में विज्ञान पद पर प्रमोशन प्राप्त करके रा. उ. प्रा. वि. खतेड़ा में कार्यभार ग्रहण किया।
16.08.2010 में वर्तमान वि में कार्यभार ग्रहण किया।
★विद्यालय/जीवन की समस्यायें एवं समाधान:-
सूदूर ग्रामीण अंचल में गांवों के मध्य बसा विद्यालय, विद्यालय में सुविधाओं की कमी,आवास की कठिन परिस्थितियां,जन जीवन भिन्न,अनेक अभावों के चलते और बोली भाषा समझने की कठिनाइयों से जूझते हुए अपने दायित्वों का निर्वाह प्रारंभ किया। कुछ समय पश्चात् ग्रामीणों और अभिभावकों के सम्मानजनक एवम् स्नेहपूर्ण सहयोग से जीवन सहज होने लगा। अभिवावक विद्यालय में आने लगे और अपने पाल्यों के प्रति जागरूक होने लगे। सहकर्मी शिक्षक से भी बड़े भ्राता की तरह सहयोग मिला।और फिर रम गई नन्हे मुन्ने बच्चों के साथ। लगभग 7 वर्षों तक वहां पर कार्य किया।
★स्वयं के जीवन के संघर्ष एवं सफलताएँ:-
शहरी जीवन जीते हुए अचानक ग्रामीण परिवेश में रहना प्रारंभ में दुष्कर था,परंतु परिस्थितियों में स्वयं को जल्दी ही ढाल लिया।फिर विद्यार्थियों को प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ाते हुए चल दी,पीछे मुड़कर नहीं देखा। घर,अपने बच्चे,पारिवारिक परिस्थितियां (कभी अनुकूल,कभी प्रतिकूल) सभी को साथ लेकर सफलता पूर्वक जिम्मेदारियों का निर्वाह किया।
★कार्यक्षेत्र की उपलब्धियाँ:-
विद्यार्थियों की प्रत्येक क्षेत्र (खेल , मैथ्स विजार्ड,स्पेलिंग,गाइड कैंप राज्यपाल पुरस्कार,विज्ञान महोत्सव) में राज्य स्तर तक प्रतिभागिता, 2015 के बाद एक एक विद्यार्थी ने लगभग हर वर्ष NMMS छात्रवृत्ति प्राप्त की। 2024 में तीन विद्यार्थी छात्रवृत्ति लेने में सफल रहे।
★स्वयं की उपलब्धि:- शिक्षण कार्य करते हुए इग्नू से B.Ed और एम ए एजुकेशन की डिग्री हासिल की।
★मिशन शिक्षण संवाद के लिये संदेश.. कोरोना काल में मिशन शिक्षण संवाद से जुड़ने का शुभ अवसर मिला। जिसमें ऑनलाइन कई प्रशिक्षण प्राप्त किये और मोबाइल के कई फंक्शन सीखे। आज उनको मैं अपने शिक्षण कार्य में अधिकाधिक प्रयोग करती हूँ, जिससे मुझे अपने शिक्षण कार्य को उत्कृष्ट बनाने में अत्यधिक सहायता मिलती है। मैं मिशन शिक्षण संवाद की सक्रिय सदस्य हुँ। मैं मिशन शिक्षण संवाद की आभारी हूँ।
_✏संकलन_ -
*📝टीम मिशन शिक्षण संवाद।*
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