६१६~ अनमोल रत्न रेनू GUPS Ramgarh, Shergarh, Jodhpur, Rajasthan
🏅#अनमोल_रत्न🏅
शिक्षक का नाम- Renu (Teacher Level -1)
विद्यालय- GUPS Ramgarh, Shergarh, Jodhpur, Rajasthan
7- विद्यालय में स्टॉफ की संख्या- 3
8- विद्यालय में नियुक्ति तिथि- 23/03/2015
9- विद्यालय का भौतिक परिवेश एवं भौतिक संसाधन : विद्यालय में 5 कक्षा कक्ष, एक रसोईघर, दो छात्र, दो छात्र शौचालय, प्रिंटर युक्त कंप्यूटर, वॉलीबॉल खेल मैदान।
10- विद्यालय में नामांकन:-
2020-21 74
2021-22 82
2022-23 101
2023-24 110
11- विद्यालय में उपस्थिति का प्रतिशत
2021-22 76%
2022-23 86%
2023-24 90%
12- विद्यालय में 100% उपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों की औसत संख्या- 90
13- खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों की संख्या, वर्ष एवं विवरण:-
प्रतियोगिता का नाम- खेलकूद/सांस्कृतिक
Rajiv Gandhi gramin Olympic khel pratiyogita block shergarh jodhpur Rajasthan/युवा महोत्सव जोधपुर
(क) ब्लॉक स्तर-
छात्र/छात्रा संख्यय- 6
वर्ष : 2023-2024
प्रतिभागी छात्र/छात्राओं के नाम- Renuka, Svarupi, Manisha, Pooja, Kavita, Dhau
(ख) जनपद स्तर-
छात्र/छात्रा संख्या- 2
वर्ष- 2023-24
प्रतिभागी छात्र/छात्राओं के नाम- Taruna Chetna (folk dance activities)
14- प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल विद्यार्थियों की संख्या, वर्ष एवं विवरण
प्रतियोगी परीक्षा का नाम- नवोदय/विद्याज्ञान/NMMSE आदि।
(क) छात्र/छात्राओं की संख्या-0 वर्ष सफल छात्र/छात्राओं के नाम
(ख) छात्र/छात्राओं की संख्या-0 वर्ष सफल छात्र/छात्राओं के नाम
(ग) छात्र/छात्राओं की संख्या-0 वर्ष सफल छात्र/छात्राओं के नाम
15- शिक्षक के रूप में प्राप्त सम्मान प्रशस्ति पत्र तथा लेखन कार्य- क्रमशः
(1) व्यक्तिगत रूप से छात्रों के विद्यालय में ठहराव तथा नांमाकन सुनिश्चित करने हेतु डोर टू डोर सर्वे किया।
संस्था प्रधान के रूप में विद्यालय में भौतिक सुविधाएं बिजली पानी फर्नीचर खेल टीएम डिजिटल बोर्ड कंप्यूटर आदि सामग्री उपलब्धता सुनिश्चित की।
छात्रों को रटने की अपेक्षा गतिविधि आधारित शिक्षण के द्वारा अध्ययन कराया गया।
(2) राजस्थान राज्य सरकार द्वारा चलाए गए no bag day नवाचार के अंतर्गत मॉड्यूल आधारित गतिविधियां विद्यालय में आयोजित की गई, जिसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी जोधपुर द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
(3)आठवीं तथा पांचवीं बोर्ड कंट्रोल रूम मूल्यांकन शाखा सह प्रभारी के रूप में कार्य करते हुए जोधपुर जिले में सर्वप्रथम पांचवी आठवीं बोर्ड का मूल्यांकन कार्य पूर्ण करने का सम्मान प्राप्त हुआ।
(4)- मिशन शिक्षण संवाद की तरफ से 14अगस्त 2023 को अनमोल रत्न पुरस्कार प्राप्त हुआ।
(5)- राजस्थान के नवाचार कार्यक्रम राजस्थान की शिक्षा पर बढ़ते कदम के अंतर्गत जोधपुर जिले में शिक्षण आकलन कार्य में सर्वाधिक सिक्के अर्जित कर जोधपुर जिले में प्रथम स्थान तथा राजस्थान में 13वां स्थान प्राप्त किया इसके लिए उपखंड कार्यालय शेरगढ़ द्वारा 15 अगस्त 2023 को सर्वश्रेष्ठ शिक्षक का प्रशस्ति पत्र तथा स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।
(6) राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल प्रतियोगिता में उत्कृष्ट कार्य हेतु मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
(7)विकसित भारत संकल्प यात्रा के अंतर्गत ब्लॉक स्तर पर मास्टर ट्रेनर के रूप में आत्मरक्षा प्रशिक्षण करने हेतु प्रशस्ति पत्र प्राप्त हुआ।
(8) मेरे द्वारा रचित कविता मात पिता, स्त्री की पहचान तथा वापसी नामक कहानी मैगजीन विभोर में प्रकाशित हुई।
16- आपकी नजर में मिशन शिक्षण संवाद की शिक्षा के उत्थान, शिक्षक के सम्मान और मानवता के कल्याण में उपयोगिता;-
मिशन शिक्षण संवाद शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए शिक्षकों का एक सक्रिय समूह है जिसके अंतर्गत काव्यांजलि, दैनिक नैतिक प्रभात, रचनात्मक गतिविधियों प्रेरक पहल, सामान्य ज्ञान, शैक्षिक नवाचार, शैक्षिक दर्पण, टीएलएम, स्वरचित कविता, लेख, बाल जिज्ञासा, योग शिक्षा आदि से संबंधित संवाद हो रहा है। मिशन नियमित रूप से श्यामपट कार्य, प्रतिदिन अलग-अलग योगासन की करने की विधि लाभ, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, नवोदय विद्यालयों, छात्रवृत्ति परीक्षाओं की तैयारियों के लिए हर विषय से एक-एक प्रश्न तैयार कर सदस्यों को सोशल मीडिया के जरिये अध्यापक तथा छात्रों को उपलब्ध करा रहा है जिसका प्रयोग करते हुए सहज रूप में शिक्षा के क्षेत्र में मानवता के कल्याण के सकारात्मक विकास करने में बहुत उपयोगी सिद्ध हो रहा है। समय-समय पर मिशन शिक्षण संवाद की तरफ से शिक्षकों को सम्मान पूर्वक प्रदान किए जाने वाले अनमोल रत्न पुरस्कार से शिक्षकों का उत्साहवर्धन होता है जिससे प्रेरित होकर वे अपना कार्य ओर अधिक निष्ठा और लगन से करने लगते हैं।
17- अनमोल रत्न के रूप में शिक्षक समाज को आपका संदेश- WE HAVE THE CAPABILITY TO PRODUSE THE CAPABILITY.. SO WE HAVE THE RESOURC TO CRATERS HISTORY... ITS REALLY CLEAR THAT THE MOST PRECIPUS RESOURCE WE ALL HAVE IS TIME
शिक्षक को राष्ट्र का भाग्य निर्माता माना गया है अर्थात हम शिक्षक बच्चों के साथ मेहनत करके अपने राष्ट्र की भविष्य को उज्ज्वल बना सकते हैं केवल पाठ्यक्रम पूर्ण करने पर ध्यान न देकर छात्रों को उनकी योग्यता, दक्षता, क्षमता, रुचि के अनुसार गतिविधि आधारित शिक्षण करना चाहिए क्योंकि प्रत्येक छात्र मैं व्यक्तिगत विभिन्नता होती है शिक्षक को उसी अनुसार छात्र का मार्गदर्शन कर पढ़ते हुए अधिगम को स्थाई बनाने पर जोर देना चाहिए। जिससे वह अपने जीवन की सही दिशा में प्रयास कर सफल हो सके।
18- प्रधानाध्यापक का नाम - Renu
19- संकलन- Renu
जनपद- Jodhpur
टीम मिशन शिक्षण संवाद
जनपद-Jodhpur, प्रदेश- Rajasthan
बहुत बहुत बधाई
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