काव्यांजलि 24.01.2024

*#काव्यांजलि*
टीम # *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह,

🔵🔴 *#काव्यांजलि_2110* 🔴🔵
दिनांक- बुधवार, 24.01.2024~~~~~

कक्षा-06 विषय- भूगोल (पृथ्वी और हमारा जीवन)
पाठ-05 
*मानचित्रण*

 *दिशाएं* 

सूर्य है उगता पूर्व दिशा में,
पश्चिम में होता है अस्त।
यन्त्र न थे प्राचीन समय में,
दिशा ज्ञान करते थे सब।।

ध्रुव तारे की प्रकृति है ऐसी,
उत्तर दिशा में दिखता है।
इसकी मदद से अन्य दिशा का,
पता हमें चल सकता है।।

कम्पास का कर प्रयोग हम,
दिशा जान जाते हैं अब।
उत्तर, दक्षिण दिशा में रुकती,
इसकी सुई कम्पास पर।।

मानचित्र में तीर द्वारा दिशाएँ दर्शाई जातीं,
ऊपर उत्तर दिशा कहाए, नीचे दक्षिण हो जाती।
दाएँ हाथ की तरफ हो पूरब, बाएँ हाथ पश्चिम होती,
दिशा ज्ञान का ज्ञान जरूरी, स्थिति इनसे पता होती।।

*रचना:-*
अरविन्द कुमार सिंह(स०अ०)
प्राo विo धवकलगंज 
बड़ागाँव, वाराणसी

✏️ *संकलन*
📝 *काव्यांजलि टीम,*
*मिशन शिक्षण संवाद*

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