काव्यांजलि 22 जनवरी 2024
*#काव्यांजलि*
टीम # *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह,
🔵🔴 *#काव्यांजलि_2108* 🔴🔵
दिनांक- सोमवार, 22.01.2024~~~~~
विषय- हमारा परिवेश
कक्षा- 3
पाठ- 14
*संचार के साधन*
जगह-जगह की खबरें हम तक,
संचार के साधन पहुँचाते।
घर में बैठे -बैठे ही हम,
सारी दुनिया से जुड़ जाते।।
पत्र, रेडियो, टीवी, फोन,
संचार के साधन कहलाते।
जानकारी, मनोरंजन देतें,
सारी सूचना झट पहुँचाते।।
पुराने समय में भी सूचना,
पत्र वाहक लाते -ले जाते,
गुप्त और जरुरी चिट्ठी,
कबूतर भी थे पहुँचाते।।
डाक द्वारा सभी पत्र अब,
डाकिया घर-घर पहुँचाते।
मोबाइल और इंटरनेट द्वारा,
सारे काम झटपट हो जाते।।
*रचना:-*🙏🏻
पुष्पा पटेल (प्रoअo)
प्राo विo संग्रामपुर
ब्लॉक - चित्रकूट
जनपद - चित्रकूट
✏️ *संकलन*
📝 *काव्यांजलि टीम,*
*मिशन शिक्षण संवाद*
# *काव्याँजलि*#
टीम *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह
🔵🟣 *काव्याॅंजलि 1037* 🟣🔵
दिनाँक- 22/01/2024, दिन- सोमवार
कक्षा- 2
विषय- हिन्दी
*पाठ-7* *मेरी किताब*
वीरू माँ का सन्देश लेकर,
पहुँची जब मौसी के घर।
आश्चर्यचकित वो बहुत हुई,
कई किताबें वहाँ देखकर।।
पूछा उसने मेरे लिए भी,
होगी क्या कोई किताब?
मौसी ने झट से थमा दी,
एक मोटी किताब, उसके हाथ।।
वीरू ने देखी कई किताबें,
पर वो कुछ भी समझ न पायी।
है मोटी-पतली, छोटी-बड़ी है,
वो कोई किताब छाँट न पायी।।
ये देख मौसी बोली उससे,
फीता लेकर आना तुम।
नाप कर फिर कोई किताब,
अगली बार ले जाना तुम।।
मौसी की ये बात सुनकर,
कुछ भी कह न सकी वीरू।
कागज रखकर मेज पर,
झट अपने घर भागी वीरू।।
रचना🙏
रेखा पुरोहित (स०अ०)
रा० प्रा० वि० सौंराखाल
वि० ख० जखोली, रुद्रप्रयाग
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