४९२~ रामौतार सिंह (इ०प्र०अ०) पूर्व माध्यमिक विद्यालय इब्राहीमपुर साधो, विकास क्षेत्र - आकू (नहटौर) जनपद - बिजनौर
🏅अनमोल रत्न🏅
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद बिजनौर से अनमोल रत्न शिक्षक सहयोगी भाई रामऔतार सिंह जी से करा रहे हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय के विकास में वाली विभिन्न असम्भव लगने वाली बाधाओं को पर करते हुए विद्यालय को न सिर्फ विविध शिक्षण गतिविधियों और उपलब्धियों का केन्द्र बना दिया है बल्कि सामाजिक विश्वास का केन्द्र भी बना दिया है।
आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को :-
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👉1..शिक्षक का परिचय:-
रामौतार सिंह (इ०प्र०अ०)
पूर्व माध्यमिक विद्यालय इब्राहीमपुर साधो, विकास क्षेत्र - आकू (नहटौर)
जनपद - बिजनौर
प्रथम नियुक्ति 02/07/2009
वर्तमान विद्यालय में नियुक्ति 26/09/2016
👉2- विद्यालय की समस्याएँ :-
वर्तमान विद्यालय में हमारी नियुक्ति के समय विद्यालय का भौतिक परिवेश व विद्यालय भवन आदि आकर्षक नहीं था। विद्यालय में जरूरी भौतिक सुविधाओं का भी अभाव था। विद्यालय में चहारदीवारी, मेन गेट, हैंड पंप बिजली आदि की मूलभूत सुविधाएं भी नहीं थी। विद्यालय के कक्षा-कक्षों का फर्श और खिड़की दरवाजे आदि टूटे हुए थे। वर्तमान में कार्यरत अध्यापक से बात करने पर पता लगा कि विद्यालय प्रांगण पर एक परिवार का अवैध कब्जा है और जब चहारदीवारी आदि की धन राशि विभाग से प्राप्त हुई तो वह व्यक्ति न्यायालय चला गया और इसी कारण विद्यालय में मूलभूत सुविधाओं का विकास नहीं हो पाया। इस प्रकरण को लेकर मैं सरकारी वकील से मिला और विभागीय सहयोग व उचित पैरवी द्वारा उसके द्वारा किया गया मुकदमा जो कि पिछले 5 वर्षों से चल रहा था खारिज हो गया। अब ग्राम प्रधान विभाग अधिकारियों व जिला प्रशासन की मदद से वर्ष 2017 -18 मैं विद्यालय में चहादीवारी निर्माण विद्यालय गेट निर्माण, हैंड पंप, सीसी रोड व विद्यालय प्रांगण में मिट्टी भराव आदि संपन्न हुआ। समय-समय पर विभागीय आदेशों के अनुपालन में हमने अपने विद्यालय का प्रांगण पेड़ पौधों से सुसज्जित किया और साथ ही साथ निजी स्रोतों से भी व जन सहयोग द्वारा धन राशि जुटाकर कमरों का फर्श बृहद विद्यालय मरम्मत, फर्नीचर, गणित विज्ञान प्रयोगशाला, बहुउद्देशीय कक्षा-कक्ष आदि की व्यवस्था की गई। वर्तमान में विद्यालय के पास सबमसर्बिल पंप, मल्टीपल हैंड वॉश, आकर्षक कक्षा-कक्ष, सुंदर प्रांगण, सभी बच्चों के बैठने के लिए फर्नीचर, खाना खाने के लिए अलग से टीन सैड, लैपटॉप, प्रोजेक्टर, टैब आदि है यह सब विभागीय अधिकारियों वह जन सहयोग से संभव हुआ है श्रीमान जी हमने अपना विद्यालय बाला (BALA) building as learning aid, कंसेप्ट पर डेवलप का प्रयास किया है।
👉3- विद्यालय की समस्याओं का समाधान:-
⭐शैक्षिक गुणवत्ता:- विभिन्न विभागीय निर्देशों का पालन करते हुए एवं आदरणीय बी०ई०ओ० सर एवं बी०एस०ए० सर के मार्गदर्शन में हमने अपने विद्यालय का शैक्षिक वातावरण इस तरह से तैयार किया है कि बच्चा अपनी जिज्ञासाओं को शांत कर सके एवं बच्चे अपनी अंतर्निहित शक्तियों का सही ढंग से प्रयोग करें एवं बच्चों का सर्वांगीण विकास हो। हम विभिन्न प्रतियोगिताओं द्वारा बच्चों की प्रतिभाओं को निखारने का प्रयास करते हैं एवं बच्चे की रूचि पहचानते हुए उसे उसकी रूचि के अनुसार आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करते हैं। समय-समय पर समुदाय के बीच बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित भी कराते हैं। इसी क्रम में हमने पिछले 2 वर्षों में लगातार टी एल एम एवं हस्तशिल्प कला प्रदर्शनी मेले का आयोजन किया है इसमें विभिन्न विद्यालय के बच्चों द्वारा प्रतिभाग किया जाता है। बच्चे एक दूसरे से सीखते हैं और बच्चों में कुछ नया करने की ललक पैदा होती है। ब्लॉक एवं जनपद स्तर पर हम लगभग सभी प्रतियोगिताओं में अपने बच्चों को प्रतिभाग कराते हैं विभिन्न नवाचारों एवं आईसीटी का प्रयोग करते हुए हमने लगातार शैक्षिक गुणवत्ता में भी सकारात्मक सुधार किया है और यह प्रयास लगातार जारी है। हमारे इसी प्रयास को देखते हुए वर्ष 2019-20 में हमारे विद्यालय का चयन जूनियर स्तर के अंग्रेजी माध्यम के लिए हुआ है। हमारे विद्यालय के लगभग सभी बच्चों द्वारा अंग्रेजी में बातचीत कर ली जाती है। बच्चे प्रतिदिन प्रार्थना समाज सभा के बाद 30 मिनट मॉर्निंग असेंबली में अपनी बातों को रखते हैं इससे बच्चों में लगातार आत्मविश्वास में वृद्धि हो रही है।नियमित रूप से हमारे विद्यालय में विभिन्न क्रियाकलाप जैसे आज का पुष्प, आज का रिपोर्टर आदि नवाचार होते हैं हमारे पास प्रार्थना सभा के लिए ढोल एवं संगीत की व्यवस्था है इन सभी क्रियाकलापों द्वारा बच्चों के व्यक्तित्व में निखार आता है।
⭐सामुदायिक सहभागिता:-
विद्यालय विकास में समुदाय की विशेष भूमिका होती है मेरे विद्यालय विकास में भी समुदाय का विशेष सहयोग है। प्रत्येक माह विद्यालय प्रबंध समिति की मीटिंग माता शिक्षक समूह, अभिभावक शिक्षक समूह की मीटिंग में हम विद्यालय की समस्याओं को अभिभावकों के सामने रखते हैं और समूह द्वारा ही समस्या का समाधान हो जाता है। पूर्व में विद्यालय में टूट-फूट एवं चोरी आदि की घटनाएं होती रहती थी लेकिन अब विद्यालय के अभिभावकों द्वारा ही समूह में विद्यालय की देखभाल की जाती है और अब हमारे विद्यालय में कोई भी नुकसान नहीं होता है। मेरी नियुक्ति से अब तक हमारे विद्यालय में ऐसी कोई भी घटना नहीं हुई है। समुदाय के सहयोग द्वारा ही कई बार प्रकाशनों द्वारा हमारे बच्चों को अपने-अपने प्रकाशन की अंग्रेजी ग्रामर अंग्रेजी, स्पीकिंग आदि की पुस्तकें एवं कापियां निशुल्क प्रदान की गई है विभागीय अधिकारियों एवं अन्य प्रशासन के अधिकारियों द्वारा भी समय-समय पर विद्यालय को वित्तीय मदद दी गई है। ग्राम पंचायत के सहयोग से हमने वर्ष 2018 तक ही अपने विद्यालय में भौतिक सुविधाओं को प्राप्त कर लिया है। शासन द्वारा प्रदत सुविधाओं के बारे में हम s.m.c.मीटिंग में विस्तार से चर्चा करते हैं और हमारे विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य इन योजनाओं का प्रचार-प्रसार जनसामान्य में करते हैं यह सदैव प्रभावशाली रहा है। और हम इसी सहयोग से समाज में अपनी सकारात्मक छवि समाज का विश्वास जीतने में सफल हुए हैं।
⭐आईसीटी का प्रयोग एवं विभिन्न नवाचार :-
मेरे विद्यालय में विभाग के निर्देशों के अनुपालन में दीक्षा एप का लगातार उपयोग किया जा रहा है। और वर्तमान में मिशन प्रेरणा के अंतर्गत e-pathshala मिशन प्रेरणा यूट्यूब चैनल एवं आपके द्वारा प्रदत शिक्षण सामग्री का भरपूर प्रयोग प्रोजेक्टर के माध्यम से किया जा रहा है। s.m.c. मीटिंग एवं विद्यालय में होने वाले अन्य सभी कार्यक्रमों में जिनमें अभिभावक एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित होते हैं हम अपने विद्यालय के बच्चों का प्रदर्शन एवं विभाग द्वारा संचालित योजनाओं से प्रोजेक्टर के माध्यम से अवगत कराते हैं। जिसमें बहुत अच्छा सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके अतिरिक्त बच्चों के रूचि के अनुसार बच्चों को सामग्री उपलब्ध कराई जाती है और बच्चे वेस्ट मटेरियल से अच्छी-अच्छी उपयोगी चीजें बनाते हैं। हमारे विद्यालय के बच्चे क्राफ्ट एवं सिलाई-कढ़ाई में काफी दक्ष है जो कि उन्हें आत्मनिर्भरता की ओर ले जाता है। समय-समय पर मेहंदी प्रतियोगिता, विज्ञान मॉडल प्रतियोगिता एवं अन्य कार्यक्रम विद्यालय द्वारा आयोजित किए जाते हैं जिनका प्रदर्शन अभिभावकों के सामने किया जाता है इससे बच्चों का आत्मविश्वास भी बढ़ता है और हमारी अच्छी छवि समाज के सामने आती है। समय-समय पर बच्चों द्वारा कहानी सुनाओ प्रतियोगिता अंताक्षरी हिंदी अंग्रेजी आदि का आयोजन भी होता है कई अवसरों पर पुरातन छात्र समिति के सदस्यों, नाना-नानी, दादा-दादी, आदि को आमंत्रित करके बच्चों के बीच उनके अनुभव शेयर कर आते हैं इससे भी बच्चों में कई गुणों का विकास होता है। हमारा सदैव यही प्रयास रहा है कि विभागीय आदेशों के अनुरूप कार्य करते रहे इसी का सकारात्मक परिणाम है कि हमारे बच्चों का समाज में विशेष स्थान है और हमारे नामांकन में भी लगातार वृद्धि हो रही है। हमारे बच्चों द्वारा कोरोना काल में भी कोरना योद्धा की भूमिका अदा की गई बच्चों द्वारा गांव वालों को मास्क बांटे गए और जरूरी जानकारियां भी प्रदान की गई। हमारे बच्चों द्वारा समय-समय पर जनपद स्तर के कार्यक्रमों में भी उत्कृष्ट भूमिका निभाई जाती है।
👉4 - विद्यालय की प्रेरक शिक्षण, सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियाँ:-
🔹️विद्यालय को प्राप्त उपलब्धियाँ : विभागीय अधिकारियों के निर्देशन में कार्य करते हुए गत 3 वर्षों में विद्यालय द्वारा कई उपलब्धियाँ प्राप्त की गई हैं। वर्ष 2017-18 में मेरे विद्यालय की छात्रा द्वारा जनपद स्तरीय सुलेख प्रतियोगिता में जनपद में प्रथम स्थान प्राप्त किया गया था। उसी वर्ष डायट में आयोजित t.l.m. मेले में अपने विकास क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए मेरे विद्यालय को जनपद स्तर पर तीसरा स्थान प्राप्त हुआ था। इसी वर्ष ब्लॉक स्तरीय t.l.m. मेला एवं हस्तशिल्प कला प्रदर्शनी मेले में भी मेरे विद्यालय द्वारा प्रतिनिधित्व किया गया और जनपद स्तर पर उत्कृष्ट पहचान बनाई। वर्ष दो हजार अट्ठारह उन्नीस में जनपद स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिताओं में मेरे विद्यालय के बच्चों द्वारा गायन प्रतियोगिता में जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया गया। इसी वर्ष राष्ट्रीय बाल विज्ञान अविष्कार कार्यक्रम में भी मेरे बच्चों द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया और मुझे जनपद स्तर पर सम्मान भी प्राप्त हुआ। इसी वर्ष मेरा विद्यालय जनपद के उत्कृष्ट विद्यालयों में शामिल हो गया जो कि अपने विकास क्षेत्र में एकमात्र विद्यालय था। वर्ष 2019- 20 में मेरे विद्यालय के बच्चों द्वारा जनपद एवं मंडल क्रीड़ा प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करते हुए समूह गान एवं राष्ट्रीय एकांकी में प्रथम स्थान प्राप्त किया गया। इस वर्ष भी राष्ट्रीय बाल विज्ञान अविष्कार कार्यक्रम में मेरे विद्यालय के बच्चों द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया इसके अतिरिक्त ब्लॉक् एवं जनपद स्तर पर लगभग सभी प्रतियोगिताओं में मेरे बच्चों द्वारा प्रतिभा किया जाता है। इसी वर्ष मेरे विद्यालय का चयन दूसरी बार उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में हुआ और आदरणीय जिलाधिकारी महोदय द्वारा मुझे सम्मान भी प्राप्त हुआ। विभागीय आदेशों एवं शासन द्वारा प्रदत आदेशों के अनुपालन में मेरा विद्यालय लगातार समाज में सकारात्मक प्रभाव छोड़ रहा है और मेरे बच्चों द्वारा लगातार सफलताओं की नई कड़ियां जोड़ी जा रही हैं।
👉5- विद्यालय और बच्चों की
उपलब्धि :-
मेरे बारे में श्रीमान जी 2 जुलाई 2020 को मैंने सेवा में 11 साल पूर्ण किए हैं। मेरी कोशिश रही है कि मैं अपना अधिकतम अपने बच्चों और अपने विभाग को दे सकूँ। वर्तमान विद्यालय में मैंने 4 वर्ष पूर्ण किए हैं वर्ष 2017-18 में संचालित ग्रेडेड लर्निंग कार्यक्रम में मैं जनपद स्तरीय संदर्भ दाता रहा हूँ। वर्ष दो हजार अट्ठारह उन्नीस में जनपद स्तर पर संचालित पी एल सी का मैं जनपद सदस्य एवं ब्लॉक् संगठक दे रहा हूँ।लर्निंग आउटकम प्रशिक्षण में मैंने राज्य स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त किया है और जनपद स्तर पर अध्यापकों को प्रशिक्षित भी किया है। उपचारात्मक शिक्षण विज्ञान विषय में भी मैंने राज्य स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त किया है और जनपद स्तर पर अध्यापकों को प्रशिक्षित किया है।इसके अतिरिक्त पिछले 2 वर्षों से मैं ब्लॉक स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजक प्रभारी भी रहा हूँ। निष्ठा प्रशिक्षण 2020 में मैंने स्टेट रिसोर्स पर्सन के रूप में अपने दायित्वों का निर्वहन किया है। दिसंबर 2019 में मैं ए आर पी गणित विषय के लिये में चुना गया था लेकिन कुछ समय के पश्चात गणमान्य अभिभावकों एवं बच्चों की मांग पर मुझे आदरणीय बीएसए सर द्वारा पुनः अपने विद्यालय भेजा गया। मैं अपने विकास क्षेत्र में टीम ए आर पी के साथ कार्य करता हूँ और आदरणीय खंड शिक्षा अधिकारी आकू महोदय के निर्देशों के अनुपालन में विभिन्न बैठकों में प्रतिभाग करता हूं और अध्यापकों को मोटिवेट करने का कार्य करता हूँ । श्रीमान जी मेरा यही प्रयास रहा है की बच्चा कक्षा 8 पास करने के बाद भी आगे की पढ़ाई जारी रखें। 3 वर्ष पूर्व ग्राम पंचायत इब्राहिमपुर साधो में कक्षा आठ के बाद हाई स्कूल या उच्च कक्षाओं में पढ़े लिखे व्यक्तियों की संख्या मात्र 15 थी इसके बाद मैंने लगातार अभिभावकों से संपर्क किया और अभिभावकों को विश्वास में लेकर अपने विद्यालय के कक्षा 8 उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को अगली कक्षाओं में प्रवेश कराया है और अब प्रत्येक वर्ष 10 या उससे अधिक छात्र-छात्राओं द्वारा हाईस्कूल उत्तीर्ण किया जा रहा है और अब ये बच्चे अगली कक्षा में पढ़ है। समय-समय पर हम गांव में अपने बच्चों के साथ विभागीय निर्देशों का पालन करते हुए अभियान चलाकर सफाई व्यवस्था, संचारी रोग को के नियंत्रण के लिए जागरूकता एवं धूम्रपान नशा मुक्ति के लिए जागरूकता रैली और बैठक करते हैं ताकि हमारा समाज इन बुराइयों से दूर रहे।
👉7 - मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश: टीम मिशन शिक्षण संवाद से मैं बहुत अधिक प्रभावित हूँ, समाज में सकारात्मक सोच रखने वाले शिक्षकों के लिए आप बहुत अच्छा प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध कराते हैं। मैं आपके बहुत अधिक प्रभावित हूँ, आपसे लगातार सीखता हूँ, आशा है आप का साथ व आपका प्यार सदैव यूँ ही मिलता रहेगा🙏🙏
👉8 - शिक्षक समाज के लिए संदेश :- समाज में एक अध्यापक पूरा प्रयास करता है कि वो आपके बच्चों को बेहतर और बेहतर कर सके बदले में अध्यापक केवल आपसे सम्मान व आपका विश्वास चाहता है। इसलिए आप से निवेदन है कि अध्यापक पर विश्वास करके अपने बच्चों को समय से प्रतिदिन विद्यालय अवश्य भेजें।
संकलन : आशीष शुक्ला
टीम मिशन शिक्षण संवाद
23-09-2020
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