४९४~ निवेदिता उपाध्याय प्राथमिक विद्यालय कर्म डांडा, ब्लॉक - मिल्कीपुर, जनपद -अयोध्या, राज्य-उत्तर प्रदेश

 🏅अनमोल रत्न🏅


मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद अयोध्या से बेसिक शिक्षा के उत्थान के लिए प्रेरक कार्य करने वाली बहन निवेदिता उपाध्याय जी से करा रहे हैं जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से अपने विद्यालय को रोचक एवं आकर्षक शिक्षण गतिविधियों और उपलब्धियों का केन्द्र बना दिया है जिससे समाज और स्वयंसेवी के बीच विद्यालय एक विश्वास का प्रतीक बन गया है। जो हम सभी के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयास हैं। 


आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक और अनुकरणीय प्रयासों को :-

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👉1. शिक्षक का परिचय :-

निवेदिता उपाध्याय
प्राथमिक विद्यालय कर्म डांडा, ब्लॉक - मिल्कीपुर, जनपद -अयोध्या, राज्य-उत्तर प्रदेश

प्रथम नियुक्ति - 20/07/2010

वर्तमान विद्यालय में नियुक्ति - 03/08/19

👉2- विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के लिए किए गए प्रयास

⭐A- स्वयं के प्रयास

मेरी प्रथम नियुक्ति 20/07/2010 को प्राथमिक विद्यालय कैल पारा ब्लॉक मसौदा में सहायक अध्यापक के पद पर हुई जहाँ  मेरे ज्वाइन करने के मात्र 6 महीने में ही छात्र संख्या 55 से 98 पहुँच गई जो मेरे द्वारा निरंतर नए-नए प्रयोगों का फल था। इस तरह कई विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर कार्य किया वर्ष 2015 को मेरा चयन जिले में चयनित दो इंग्लिश मीडियम विद्यालय में से एक प्राथमिक विद्यालय उसुरू मॉडल इंग्लिश मीडियम स्कूल में सहायक अध्यापक के पद पर हुआ। 30/4/16 को मेरी पदोन्नति सहायक अध्यापक के पद से प्रधानाध्यापक के पद पर प्राथमिक विद्यालय नगरिया में हो गई, जब मैंने इस विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यभार ग्रहण किया, तो मानों चारों तरफ सिर्फ चुनौतियां ही चुनौतियां थी मेरे सामने सिर्फ और सिर्फ कठिनाइयों का बवंडर था जिसका सामना मैंने धैर्य और कर्म निष्ठा से कार्य करते हुए किया एवं विद्यालय को एक अलग पहचान दिलाई। विद्यालय की भौतिक स्थिति काफी खराब थी नामांकन भी बहुत कम था और जो बच्चे नामांकित थे वह भी नहीं आते थे मैंने विद्यालय की भौतिक स्थिति को सुधारने का प्रण लिया 2016 में कायाकल्प जैसा कोई प्रावधान नहीं था और विद्यालय अनुदान के नाम पर सिर्फ ₹10000 की राशि प्राप्त होती थी जिससे विद्यालय के परिवेश को बदलना असंभव था। सर्वप्रथम मैंने अपनी स्वयं की पूंजी लगाकर  विद्यालय के परिवेश को पूर्ण रूप से बदला वॉल पुट्टी, पेंट, t.l.m. निर्माण बरामदे की मरम्मत, खिड़कियों और दरवाजों की मरम्मत आदि जैसे लगभग कार्य कराकर मैंने विद्यालय को एक नया स्वरूप दिया जिसमें लगभग मेरा ₹80000 खर्च हुए मैंने विद्यालय को एक नया स्वरूप दिया।








⭐B- अन्य शिक्षकों के सहयोग से : मेरे विद्यालय में 1 सहायक अध्यापक तथा एक शिक्षामित्र थे एक टीम की तरह काम करते हुए मैंने उनके साथ समय-समय पर मीटिंग कर विद्यालय के विकास हेतु कार्य योजनाएं बनाएं तथा विभिन्न नवाचारों को स्वयं एवं समस्त स्टाफ द्वारा शिक्षण कार्य में लागू किया गया।

⭐C- जनप्रतिनिधि के सहयोग से : कहा जाता है कि जब आप कार्य करते हैं तो आपका कार्य बोलता है कुछ ऐसा ही मेरे साथ हुआ विद्यालय के और विकास हेतु मैंने विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं से संपर्क किया तथा विभिन्न और क्षेत्रों के लोगों को विद्यालय के साथ जोड़ा आज वर्तमान स्थिति में 7 से ज्यादा NGO मेरे विद्यालय में कार्य कर रही हैं विभिन्न एनजीओ द्वारा विद्यालय के विकास हेतु कई कार्य किए गए जैसे: बच्चों के बैठने के लिए फर्नीचर, लाइब्रेरी हेतु पुस्तकें, विद्यालय के बरामदे में जाल का निर्माण, व्हाइट बोर्ड, स्टेशनरी, खेल के सामान इत्यादि। इसी के साथ-साथ विद्यालय के पूर्व छात्रों द्वारा भी समय -समय पर विद्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है तथा उनका सहयोग भी मिलता रहता है।

👉3- किए गए प्रयासों का परिणाम :

⭐A- प्रयास से पहले और प्रयास के बाद नामांकन :-

नामांकन बढ़ाने हेतु स्वयं घर-घर जाकर संपर्क किया अभिभावकों से समय-समय पर मीटिंग एवं नई गतिविधियों को लागू कर शिक्षकों को रोचक बनाया जिसके स्वरूप नामांकन 166 से 250 पहुंच गया।

⭐B- उपस्थिति का प्रतिशत 80% के आसपास रहता है।

⭐C- विद्यार्थियों की उपलब्धियां एवं सफल छात्रों की संख्या: अगर विद्यार्थियों की उपलब्धियों की बात की जाए तो मेरे पूर्व एवं वर्तमान के विद्यार्थियों  द्वारा कई पुरस्कार जीते गए कला, नृत्य, गायन, क्रीडा, सामान्य ज्ञान आदि प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों ने कई बार मंचों पर भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया एवं पुरस्कार जीते।वर्तमान में लॉकडाउन के दौरान मेरे विद्यालय प्राथमिक विद्यालय कर्म डांडा के दो छात्रों द्वारा कला के क्षेत्र में राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर 20 से ज्यादा ई सर्टिफिकेट प्राप्त कर मिल्कीपुर ब्लॉक का नाम रोशन किया।

**मेरी उड़ान प्रतियोगिता के अंतर्गत मेरे छात्र रजनीश कक्षा 5 का चयन जिले स्तर पर हुआ।

⭐B- विद्यार्थियों की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का विवरण: मेरे विद्यालय में छात्रों द्वारा लर्निंग आउटकम की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया जिसमें 70% बच्चे A+ग्रेड से पास हुएl

⭐C- विद्यार्थियों की अन्य उपलब्धियां : 

विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न मंचों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया है अयोध्या महोत्सव एवं स्वेटर वितरण समारोह जिसमें मिल्कीपुर के विधायक द्वारा मेरी छात्रा को उसके द्वारा प्रस्तुत की गई कविता के लिए प्रशस्ति पत्र भी दिया गया।

👉5- विद्यालय की प्रेरक शिक्षण, सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेलकूद गतिविधियां :

⭐शैक्षिक गुणवत्ता के साथ - साथ विद्यालय में अन्य गतिविधियों को भी शामिल किया गया है सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समय-समय पर आयोजन नाटक, गीत, संगीत, कला, रंगोली, निबंध -लेखन सुलेख, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं।

⭐विद्यालय में बच्चों द्वारा आर्ट एंड क्राफ्ट का भरपूर प्रयोग करते हुए विभिन्न पुरानी चीजों से वस्तुओं एवं मॉडलों का निर्माण तथा उसकी प्रदर्शनी भी कई बार लगाई जा चुकी है।

⭐ बच्चों द्वारा विद्यालय में किचन गार्डन एवं क्यारियों का निर्माण किया गया है और हर कक्षा ने अपनी क्यारियों की देखभाल का जिम्मा लेकर विद्यालय को हरा-भरा बना दिया है।

⭐विद्यालय में मीना मंच कार्यक्रम का हर शनिवार बड़े रोचक ढंग से आयोजन किया जाता है।

जिसमें विभिन्न जागरूकता से संबंधित नाटक एवं विभिन्न गीत, संगीत के माध्यम से बच्चों को जागरूक किया जाता है।

⭐बच्चों द्वारा ही विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है जैसे : बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत, हेलमेट का प्रयोग, कन्या हत्या जैसे विषयों पर बच्चों द्वारा नाटक, रैली आयोजित की जाती है।

बच्चों के अंदर बचत को विकसित करने हेतु विद्यालय में ही विद्यालय का स्वयं का बैंक खोला गया है।

⭐आईसीटी का प्रयोग करके बच्चों के शैक्षिक स्तर को बढ़ाने का कार्य भी निरंतर किया जा रहा है।

जिसमें लेपटॉप, इमेज मैग्नीफायर, साउंड सिस्टम, माइक का प्रयोग निरंतर होता है।

खेल एवं योगा को जोड़ते हुए निरंतर कराया जाता है सूर्य नमस्कार को हफ्ते में एक दिन अवश्य कराते हैं और अंत में ठहाका लगवाया जाता है जिससे बच्चों के अंदर ऊर्जा का विकास हो सके।

⭐कठपुतलियों, छाया कठपुतलियां एवं गीत कहानी को पठन-पाठन के साथ जोड़कर उसे और भी रुचिकर बनाया जाता है।

👉6- शिक्षकों के नवाचार का विवरण : कक्षा शिक्षण को मनोरंजक और रुचिकर बनाने हेतु कई नवाचारों को विद्यालय में लागू किया गया है वर्तमान में मेरे विद्यालय में 7 नवाचार क्रियान्वयन है जिसमें से एक नवाचार (तंबोला) राष्ट्रीय स्तर पर श्री अरविंदो सोसाइटी शिक्षा में शून्य निर्वेश हेतु चयनित  किया जा चुका है। इसी के साथ-साथ विभिन्न अन्य नवाचार जैसे शब्दों का वर्ल्ड कप, आभार कार्ड, माइंड बूस्टर, ग्रेढ गेम इत्यादि भी विद्यालय में क्रियान्वित है।










⭐B- शिक्षकों के विभिन्न सामानों एवं पुरस्कारों का विवरण:

🔹️शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार हेतु राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित

🔹️इनोवेटिव पाठशाला हेतु राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित

🔹️नेशनल ब्लैस अवार्ड राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित स्वदेश संस्थान द्वारा

🔹️करोना पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता हेतु राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक विभाग द्वारा

🔹️शैक्षिक उन्नयन संगोष्ठी एवं शिक्षक सम्मान मंडल स्तर पर सहायक निर्देशक द्वारा

🔹️उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान राज्य स्तर पर बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा

🔹️कहानी सुनाओ प्रतियोगिता में दो बार राज्य स्तर पर चयनित एससीआईटी द्वारा

🔹️टीचर इनोवेटिव प्रशस्ति पत्र जिला स्तर पर STIR द्वारा

🔹️लीड टीचर चेंजमेकर प्रशस्ति पत्र STIR द्वारा

🔹️बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ हेतु जिला स्तर पर डीएम द्वारा सम्मानित

🔹️मुलायम सिंह शिक्षक सम्मान

🔹️सावित्रीबाई फुले सम्मान

⭐C- शिक्षकों की उपलब्धियां: अनुपलब्ध क्योंकि अगर बात की जाए तो मैं शिक्षक संकुल के तौर पर कार्य कर रही हूँ। TOT English एवं डाइट पर कई बार प्रशिक्षण दिया

राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर कई संस्थाओं के साथ जोड़कर कई कार्यशाला में प्रतिभाग किया।

पूर्व माध्यमिक विद्यालय की पुस्तकों में मेरी आवाज में दो कहानियों रिकॉर्डिंग है। राष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित पुस्तक मेरी कलम मेरे गीत में मेरी दो कविताओं का प्रकाशन

डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सपना फाउंडेशन द्वारा मेरी करोना पर आधारित दो कविताओं का प्रकाशन

ZIIEI  द्वारा मेरे नवाचार तंबोला का यूट्यूब एवं विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रस्तुतीकरण विभिन्न काव्य मंचों पर मेरा प्रदर्शन राज अध्यापक पुरस्कार हेतु जिले से मेरा चयन।

👉7- मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश:

मिशन शिक्षण संवाद एक बेहतरीन प्लेटफार्म है, जहाँ  सभी शिक्षक एक दूसरे से कुछ ना कुछ सीखते हैं इस प्लेटफार्म के माध्यम से बच्चों के लिए कई नई चीजें सीखने को मिलती है जिससे ज्ञान का दीपक और उज्जवल हो जाता जो उनकी सोच को विकसित करने में सहायक होता है इस मंच से हमें नित्य नए नवाचार एवं टी एल एम ओ की जानकारी प्राप्त होती है जो हमारे बच्चों के लिए बहुत उपयोगी है। बच्चों के लिए नित्य दैनिक कार्य उनके अंदर एक नया उत्साह भर देते हैं और उनकी रुचि को और बढ़ा देते हैं। मिशन शिक्षण संवाद की मैं सदा आभारी रहूँगी कि उसने मुझे स्वयं से जोड़ा जिसके माध्यम से हमें रोज कुछ नया सीखने सिखाने को मिला।

👉8- शिक्षक समाज के लिए संदेश: काम पूजा है और हम सब बड़े भाग्यशाली हैं कि हमें यह पुण्य कार्य करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ कहते हैं "चौक और चुनौती" से शिक्षक श्रेष्ठ जीवन रख सकता है और अगर हम निरंतर अपना कार्य पूर्ण ईमानदारी, निष्ठा, कर्तव्य परायणता से करें तो हम इस कथन को सार्थक कर सकते हैं और कई बच्चों के जीवन को प्रकाशित कर सकते हैं।


संकलन एवं सहयोग : आशीष शुक्ला

टीम मिशन शिक्षण संवाद

27-09-2020

धन्यवाद

नोट : मिशन शिक्षण संवाद में सहयोग और सुझाव के लिए वाट्सअप नम्बर -9458278429 पर लिखें ✍🏽🙏

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