नया सफर, एहसास नया

देश पर विपदा आई है।
लड़नी हर लड़ाई है।

नया सफर, एहसास नया।
घर बैठे, क्लास नया।

विषय वही हैं, विधि नयी।
नींव वहीं है, मंजिल नयी।

ज्ञान हम लुटाएँगे।
हर विषय समझाएँगे।

हिंदी, गणित, विज्ञान।
चाहे संस्कृत प्रणायाम।

समता का दीप जलाएँगे।
ज्ञान को आगे बढ़ाएँगे।

नित नये कदम उठाएँगे।
बच्चों को साक्षर बनाएँगे।

दुनिया को जीत दिखाएँगे।
ऑनलाइन तुम्हें पढ़ाएँगे।

तकनीक नयी अपनाएँगे।
लॉकडाउन का वादा निभाएँगे।

शिक्षक का बच्चों से वादा।
वादा हम निभाएँगे।
   
रचयिता                       
विजय लक्ष्मी यादव,
सहायक अध्यापक,
 A.E.M.P.S. सिद्दिकीपुर-1
 विकास खण्ड-करंजाकला,
जनपद-जौनपुर।

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