राष्ट्रीय शिक्षा दिवस

स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री,

मौलाना अबुल कलाम आजाद,

शिक्षा व्यवस्था को जिसने,

हमारे लिए किया आबाद।


स्कूल को बताया प्रयोगशाला,

किस्मत रचने की एक शाला,

भावी नागरिकों का हो विकास,

संस्कारों की एक पाठशाला।


2008 को मिली स्वीकृति,

राष्ट्रीय शिक्षा दिवस हुआ घोषित,

अवकाश की हो गई इति,

शिक्षा मंत्री हुए चयनित।


शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान,

भूल नहीं सकते व्यक्तित्व महान,

महिला शिक्षा के हिमायती,

पाया भारत रत्न  सर्वोच्च सम्मान।


11 नवंबर को यह दिवस मनाते,

मौलाना कलाम का जन्मदिन मनाते,

स्वतंत्रता सेनानी और शिक्षाविद,

पाश्चात्य सभ्यता से तालमेल बिठाते।


रचयिता
नम्रता श्रीवास्तव,
प्रधानाध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय बड़ेह स्योढ़ा,
विकास खण्ड-महुआ,
जनपद-बाँदा।


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