शुभ धनतेरस

कार्तिक मास कृष्ण पक्ष त्रयोदशी की तिथि,

समुद्र मंथन का कलश लिए प्रकट भगवान धन्वंतरि।


धनवंतरी के नाम से धनतेरस जाना जाए,

स्वास्थ्य और सेहत मिले और शुभकामनाएँ।


भारत सरकार माने इसे राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस,

जैन आगम इसको माने ध्यान तेरस दिवस।


भगवान महावीर ने साधा योग निरोग धाम,

दीपावली के दिन उन्होंने प्राप्त किया निर्वाण।


संतोषरूपी धन का हो सबके मन में वास,

सुख समृद्धि भी मिले व्यापार का हो विकास।


जगमग दीपों की माला और पूजन की थाली,

महालक्ष्मी जी की कृपा से दर से जाए न कोई खाली।


धूप दीप नैवेद्य का माँ को भोग लगाऊँ,

मंगलमय हो वर्ष सबका अर्जी यही चढ़ाऊँ।


सभी प्राणी हों, प्रसन्न भाईचारा हो मुखर,

द्वेष ना हो किसी से भी, सौहार्द हो प्रखर।


रचयिता
नम्रता श्रीवास्तव,
प्रधानाध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय बड़ेह स्योढ़ा,
विकास खण्ड-महुआ,
जनपद-बाँदा।


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