दीपावली का त्योहार

प्रतिवर्ष मनाते हैं हम दीपावली का त्योहार,

दीपोत्सव पर दीयों से मिटाते हैं अंधकार।


शुभ हो, लाभ हो, अकाल मृत्यु ना आए घर द्वार,

खुशियाँ बाँटकर, खुशियों का करें विस्तार।


ईर्ष्या और द्वेष से नष्ट होता है प्यारा संसार,

करें सभी बड़ों का आदर और सत्कार।


इंसानियत का धर्म है, सभी धर्मों का आधार,

समस्त जनजीवन को मिले उन्नति हर बार।


 शिक्षित समाज से होता है मानव का उद्धार,

 दीपावली के साथ करें, सभी की‌ लंबी उम्र की दरकार।


ईश्वर की प्रार्थना से आती है सकारात्मकता,

कष्ट मिटें सबके, देश में व्याप्त रहे एकता।


रचयिता

डॉ0 प्रीति चौधरी,

सहायक अध्यापक,

उच्च प्राथमिक विद्यालय सुनपेड़ा,

विकास खण्ड-सिकंदराबाद,

जनपद-बुलंदशहर।



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