५२१ ~ रत्नेश कुमार सिंह (प्रधानाध्यापक) प्राथमिक विद्यालय इमलिया, विकासखण्ड - ऐरवाकटरा, जनपद-औरैया, उत्तर प्रदेश।

 🏅#अनमोल_रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद परिवार के माध्यम से जनपद औरैया के अनमोल रत्न शिक्षक साथी #रत्नेश_कुमार_सिंह जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी लगन और कर्तव्यनिष्ठा के बल पर जनपद के सुदूर ब्लाॅक के बेहद कम आबादी वाले गाँव के विद्यालय को जनपद में प्रेरक विद्यालय के रूप में स्थापित करने में सफलता हासिल की है। जो हम जैसे हजारों शिक्षकों के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयास हैं जो सेवा में आने से पहले तो शिक्षक शब्द की ऊर्जा से ऊर्जित थे लेकिन शिक्षक शब्द के सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा का समय आने के बाद मात्र सरकारी सेवक बनकर रह जाते हैं।


आइये जानते हैं आप द्वारा स्थानीय स्तर की विभिन्न चुनौतियों के बीच रहकर किए गये कुछ प्रेरक एवं अनुकरणीय प्रयासों को :-
https://www.facebook.com/1598220847122173/posts/3042810109329899/
       
👉1️⃣  शिक्षक का परिचय : 
रत्नेश कुमार सिंह (प्रधानाध्यापक)
प्राथमिक विद्यालय इमलिया, विकासखण्ड - ऐरवाकटरा, जनपद-औरैया, उत्तर प्रदेश।

▪️ प्रथम नियुक्ति : 17 अगस्त 2009, प्राथमिक विद्यालय तुसौरा, विकासखण्ड - सुरसा, जनपद हरदोई।
▪️पदोन्नति और अंतर्जनपदीय स्थानान्तरण पश्चात वर्तमान विद्यालय में 26 सितम्बर 2016 को प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यभार ग्रहण किया।



👉2️⃣ विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के प्रयास :
▪️ जब मैं पहली बार विद्यालय इमलिया में आया तब चाहरदीवारीविहीन, हरियाली विहीन विद्यालय को क्लीन स्कूल और ग्रीन स्कूल के साथ अच्छे शैक्षिक परिवेश को बना पाने की एक कल्पना संजोयी थी।
▪️ विद्यालय में कार्यभार ग्रहण के समय 36 छात्र नामांकित थे, वर्तमान में 66 छात्रों का नामांकन है।
  ▪️ आज 80 प्रतिशत से अधिक छात्रों की नियमित रूप से विद्यालय में उपस्थिति रहती है।
  ▪️ अध्यापक साथी श्री शिवम शुक्ला जी के सहयोग से विद्यालय परिसर में माँ सरस्वती की स्थापना करवायी गयी।
▪️ ग्राम प्रधान व शासन के सहयोग से कायाकल्प के अन्तर्गत विद्यालय में वाउण्ड्रीवाल, टायलीकरण  मल्टीपल हैण्डवाशिंग व शौचालय निर्माण के कार्य  करवाये गये।
▪️वर्तमान में एक मात्र शिक्षक सहयोगी श्री दीप सिंह जी (शि०मि०) के द्वारा शैक्षिक व व्यवस्थागत परिवर्तन में निरन्तर सहयोग मिल रहा है।



👉3️⃣ किए गये प्रयासों का परिणाम :
▪️ निरन्तर प्रयास से आज विद्यालय में कंज, कदम, अमरुद, बोतलपाम, नीबू, पपीता, अनेक फलदार और फूलदार वृक्ष विद्यालय परिसर में अपनी हरियाली बिखेर रहे हैं।
▪️जनसहयोग के रूप में समाज के कुछ लोग विद्यालय के कार्यों में हाथ बंटाते हैं, इनमें से श्री शिवपाल जी द्वारा विद्यालय को हरा भरा बनाए रखने में  हैज की नियमित रूप से कटिंग की जाती है।



👉4️⃣  विद्यार्थियों की उपलब्धियाँ :
         छात्रों को नियमितता स्वच्छता, समयवद्धता, उपस्थिति व अध्ययन आदि के आधार पर निरन्तर पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया जाता है।

👉5️⃣  विद्यालय की प्रेरक शिक्षण गतिविधियां :
▪️   बच्चों के शारीरिक विकास हेतु विद्यालय परिसर में सभी बच्चे स्तर अनुसार सभी खेल खेलते हैं। बहुत सी खेल सह शैक्षिक गतिविधियां खेल-खेल में सिखायी जाती हैं।
▪️ छात्रों को नियमित अध्यापन के साथ ही प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी भी करायी जा रही है। जो आने वाले समय में विद्यालय और बच्चों की सफलता का गौरवमयी क्षण प्रदान करेगा।

👉6️⃣  शिक्षकों और विद्यालय की उपलब्धियाँ :

  ▪️5 सितम्बर 2021 को जनपद स्तर पर मुख्य विकास अधिकारी व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा उत्कृष्ट शिक्षक के रूप में चयनित कर प्रशस्तिपत्र, अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया।

▪️शिक्षक संकुल का दायित्व निर्वहन करने के साथ विभागीय निर्देशानुसार विद्यालय के पेंटिंग कार्य, मोहक प्राकृतिक वातावरण, उपलब्ध संसाधनों व व्यवस्थाओं का सदुपयोग अन्य विद्यालयों के लिए प्रेरणास्रोत है।

👉7️⃣  मिशन शिक्षण संवाद के लिए अपनी बात :
             मिशन शिक्षण संवाद हमारे बेसिक शिक्षा के लिए वरदान साबित हो रहा है।

👉8️⃣ शिक्षक समाज के लिए सन्देश :
            शिक्षक के रूप में हम समाज में थोड़ा सा सकारात्मक बदलाव कर पायें तभी हमारा शिक्षण सार्थक है।

                    साभार
                      🙏
रत्नेश कुमार सिंह, प्रधानाध्यापक
प्राथमिक विद्यालय इमलिया
विख - ऐरवाकटरा
जनपद-औरैया, उ.प्र.

संकलन : ज्ञान प्रकाश
टीम मिशन शिक्षण संवाद परिवार

नोट : मिशन शिक्षण संवाद परिवार में सहयोग और सुझाव के लिए मिशन के वाटसअप नम्बर - 9458278429 पर लिखें। ✍🏽🙏

Comments

Post a Comment

Total Pageviews