विश्व पर्यटन दिवस

दौड़ती-भागती दुनिया में,

जब दिल चाहे सुकून के पल।

स्थान बदलाव  व घूमने के लिए,

पर्यटन दिखाता सबसे सुगम हल।।


देश-विदेश, धार्मिक स्थानों पर जाएँ, 

प्राकृतिक, कलात्मकता, सृजनात्मकता बढ़ायें।

साधन, सुविधा और रोजगार सृजन करें,

पर्यटन से मानसिक रोग को दूर भगायें।। 


नदी, झरने, पहाड़ों की प्राकृतिक छटा,

अनुपम अनुभूति देते, प्रकृति मौन सर्वदा।

वन्य-अभ्यारण, पशु-पक्षी के कलरव,

समुद्री जीवन के रहस्य खोलते सदा।।


प्रतिवर्ष 27 सितम्बर को, 

विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है।

वैश्विक पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु, 

प्रसाद-जागरूकता लाया जाता है।।


 27 सितम्बर, 1970 में  इस दिन, 

विश्व पर्यटन संगठन का संविधान बना।

इसलिए संयुक्त राष्ट्र संघ ने 27 सितम्बर

सन 1980 को मनाने को, यह दिन चुना।।


रचयिता
वन्दना यादव "गज़ल"
सहायक अध्यापक,

अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,

विकास खण्ड-डोभी, 
जनपद-जौनपुर।

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