विद्यालय में आना जी

पानी बोतल लाना जी, 

विद्यालय में आना जी।।


जीवन का आधार है, 

यह भी एक आहार है,

एम डी एम है खाना जी। 

विद्यालय में आना जी।।


साफ-सफाई बड़ी जरूरी,

चाहें जो भी हो मजबूरी। 

घर से पानी लाना जी। 

विद्यालय में आना जी।।


भूख-प्यास को साधो न, 

विद्यालय से भागो न, 

पढ़ना और पढ़ाना जी। 

विद्यालय में आना जी।।


खेल खेलना दौड़ लगाना,

लिखना-पढ़ना और बोलना,

पसीना अधिक बहाना जी। 

विद्यालय में आना जी।।


रचयिता

कमल किशोर "कमल"

प्रधानाध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय धनीराम का डेरा- बिलौटा,

विकास खण्ड-कुरारा,

जनपद-हमीरपुर।



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