अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस

 मिले बालिकाओं को उनका अधिकार,

 सभी चुनौतियों को कर पाएगी पार।

 हर मुकाबले को  करेंगी  तार-तार,

 अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाएँ बार-बार।।


 11 अक्टूबर को प्रथम बार मनाया गया,

 बालिका पोषण को जागरूक बनाया गया।

 गरीबी संघर्ष शोषण भेदभाव कर दूर,

 इस मुद्दे पर दिवस आयोजन किया गया।।


 शिक्षा पाकर सपने करें साकार,

 हँसी की फूटे उनके चेहरे पर फुहार। 

 ना रहे उनके जीवन में कोई अभाव,

 रूढ़ियों को नष्ट हो जाए बयार।। 


 उत्पीड़न हिंसा से होगा अब बचाव, 

 पार किया दुख का बड़ा ही पड़ाव।

 शुरू करके नई सरकारी योजनाएँ,

 बालिका उत्थान के प्रति रखें लगाव।।


रचयिता

गीता देवी,

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय मल्हौसी,

विकास खण्ड- बिधूना, 

जनपद- औरैया।

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