काव्यांजलि
*#काव्यांजलि*
टीम # *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह,
🔵🔴 *#काव्यांजलि_2137* 🔴🔵
दिनांक- शनिवार 24.02.2024~~~~~
कक्षा- 7, विषय- हमारा भूमण्डल
पाठ- 3, भाग- 1
*धरातल के रूप बदलने वाले कारक (आन्तरिक कारक)*
धरातल का रूप है अलग,
हर जगह है अलग-अलग।
परिवर्तन है इसका कारण,
न समझना इसे मन गढ़त।।
पर्वत, पठार और है मैदान,
अलग है इनकी आकृति-आकार।
समयानुसार होता है परिवर्तन,
परिवर्तन है प्रकृति का आधार।।
स्थलमण्डल है खण्डों में विभाजित,
दोनों भू-पर्पटी है इसमें शामिल।
इन्हें कहते स्थलमण्डलीय प्लेट,
प्लेटें भी हैं इसमें शामिल।।
🙏 *रचना-*
रुखसाना बानो (स०अ०)
कम्पोजिट विद्यालय अहरौरा
जमालपुर, मिर्ज़ापुर
✏️ *संकलन*
📝 *काव्यांजलि टीम,*
*मिशन शिक्षण संवाद*
# *काव्याँजलि*#
टीम *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह
🔵🟣 *काव्याॅंजलि 1060* 🟣🔵
दिनाँक- 24/02/2024, दिन- शनिवार
कक्षा- प्राथमिक
विषय- सामान्य ज्ञान
प्रकरण - *महीनों के नाम*
पहला महीना जनवरी,
नैनीताल में है किलबरी।
दूसरा आया फरवरी,
मत करना तुम हड़-बड़ी।।
तीसरा मार्च, चौथा अप्रैल,
दूर करो तुम मन का मैल।।
पांँचवाँ महीना आया मई,
खुशियाँ बाँटो कई-कई।।
छठवाँ आया गर्म जून,
लाल रंग का होता खून।।
सातवाँ जुलाई, आठवाँ अगस्त,
पढ़ो-लिखो खूब रहो मस्त।।
नवांँ सितम्बर, दसवाँ अक्टूबर,
नभ का पर्याय गगन और अम्बर।
ग्यारहवाँ नवम्बर, बारहवाँ दिसम्बर,
सीता जी का हुआ था स्वयम्बर।।
🙏🏻रचना:-
डॉ० आभा सिंह भैसोड़ा (स०अ०)
रा० प्रा० वि० देवलचौड़
हल्द्वानी, नैनीताल
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