काव्यांजलि
*#काव्यांजलि*
टीम # *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह,
🔵🔴 *#काव्यांजलि_2138* 🔴🔵
दिनांक- सोमवार, 26.02.2024~~~~~
कक्षा-2, विषय- हिन्दी
पाठ- 05
*टपका का डर*
बरसात का एक दिन था,
जोर का पानी बरस रहा।
छप्पर भी बड़ा पुराना था,
दादी माँ का घर भीग रहा।।
दादी को टपका का डर,
टपके पानी टपर-टपर।
बाघ एक पीछे छिपा हुआ,
दादी माँ को गुस्सा हुआ।।
बाघ भी था घबराया हुआ,
हमसे बड़ा कोई जानवर हुआ?
यह सोंचा और भाग गया,
सर से पैर तक भीग गया।।
🙏🏼 *रचना-*
शीबा नाज़ अंसारी (प्र०अ०)
प्रा० वि० बैसनपुरवा
क्षेत्र- बिसवाँ, जनपद-
सीतापुर
✏️ *संकलन*
📝 *काव्यांजलि टीम,*
*मिशन शिक्षण संवाद*
# *काव्याँजलि*#
टीम *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह
🔵🟣 *काव्याॅंजलि 1061* 🟣🔵
दिनाँक- 26/02/2024, दिन- सोमवार
कक्षा- 3
विषय- हिन्दी (रिमझिम)
*पाठ–बन्दर बाँट*
मिला एक बन्दर उनको,
न्याय की कुर्सी पर बैठा।
रोटी मेरी है, मेरी ही है,
दोनों ने अपना पक्ष रखा।।
बांँटने के लिए बन्दर फिर,
रोटी के दो टुकड़े करता।
भाग बड़ा जो हो जाता,
उसमे से बन्दर खाता।।
ऐसे ही रोटी खत्म हो गई,
बिल्लियाँ देखती रह गई।
बच्चों सदा मिल बांँट खाना,
कोई दूसरा खा जायेगा वरना।।
🙏रचना-:
गोविन्द बल्लभ भट्ट (प्र०अ०)
रा० आ० प्रा० वि० अजेडा
डीडीहाट, पिथौरागढ़
📝 *काव्याँजलि टीम, मिशन शिक्षण संवाद- उत्तराखण्ड*
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