गुरु गोविन्द सिंह जयंती

महान योद्धा, चिंतक,  कवि और

भक्त एवं आध्यात्मिक नेता थे।

'खालसा पंथ' की स्थापना की,

सिखों के आप दसवें गुरु थे।।


अन्याय, अत्याचार, पाप के खात्मे के लिए, 

मुगलों के साथ, आप ने 14 युद्ध लड़े।

धर्म के लिए समस्त परिवार का बलिदान किये,

बलिदानी परम्परा में अडिग अद्वितीय रहे खड़े।।


प्रेम, सत्य, भाईचारे का दिया संदेश,

मधुरता, सौम्यता, सहनशीलता का धरे वेश। 

तुम मनुष्य हो, डरना ना कभी किसी से, 

धर्म ही सत्य का मार्ग है, बचाओ खुद देश।।


हिन्दु पंचाग पौष मास के शुक्ल पक्ष  की, 

सप्तमी तिथि को, गोविन्द राय का जन्म हुआ।

सिखों को बाल, कड़ा, कच्छा, कृपाण, कंघा रखने का,

गुरु गोविंद सिंह जी से, सबको आदेश हुआ।।


रचयिता

वन्दना यादव "गज़ल"
सहायक अध्यापक,

अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,

विकास खण्ड-डोभी, 
जनपद-जौनपुर।

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