क्रिसमस का त्योहार
तर्ज - ले के पहला पहला प्यार
ले के खुशियाँ हजार,
आया क्रिसमस का त्योहार।
कर लो मस्ती जी भर के,
संग अपनों के यार।
क्रिसमस ट्री आज,
खूब हम सजाएँगे।
घर आँगन में हम,
लड़ियाँ लगाएँगे।
जग मग चमकेगा घर द्वार,
लगेगी बच्चों की कतार,
कर लो मस्ती जी भर के,
संग अपनों के यार।
ले के खुशियाँ..........
सेंटा जी आएँगे,
तोहफे कई लाएँगे।
हम बच्चों को अपने,
गले से लगाएँगे।
था जिनका अब तक इंतजार,
आएँगे फिर से सरकार।
कर लो मस्ती जी भर के,
संग अपनों के यार।
ले के खुशियाँ..........
शिकवे गिले सारे,
आज हम मिटाएँगे।
सबको ही अपने,
गले से लगाएँगे।
बरसेगी प्रेम की फुहार,
बनेगा स्वर्ग ये संसार।
कर लो मस्ती जी भर के,
संग अपनों के यार।
ले के खुशियाँ..........
रचनाकार
सपना,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय उजीतीपुर,
विकास खण्ड-भाग्यनगर,
जनपद-औरैया।
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