अन्तर्राष्ट्रीय चाय दिवस
घर, ऑफिस या हो कोई पार्टी,
चाय की चुस्की संग होती चौपाटी।
दूध, नींबू या हो मसाले वाली चाय,
तन-मन की थकान मिनटों में मिटाती।।
सर्दी में जब कँपकँपी सताती,
चाय पीने से, तब गर्माहट आती।
बारिश में चाय संग, जो मिले पकौड़े,
मौसम का खुशनुमा आनन्द दिलाती।।
चाय पार्टी पर होते राजनीतिक चर्चे,
घर की आमदनी, बचत और खर्चे।
इसका मीठा स्वाद, कड़वाहट दूर भगाये,
चाय की चुस्की, दिमाग में ताजगी लाये।।
औषधीय गुणों से युक्त है चाय,
सरदर्द, तनाव, थकान को दूर भगाये।
चाय की उत्पत्ति, चीन को हैं कहते,
दुनिया का लोकप्रिय, पेय है उसे बताये।।
वर्ष 2004 में वर्ल्ड सोशल फोरम में,
अन्तर्राष्ट्रीय चाय दिवस मनाया गया।
वैश्विक चाय सम्मेलनों के लिए
ट्रेड यूनियन आंदोलन चलाया गया।।
वर्ष 2005 में नई दिल्ली में पहली बार,
अन्तर्राष्ट्रीय चाय दिवस मनाया गया।
चाय के वैश्विक उत्पादन की बढ़ोत्तरी हेतु,
जागरूकता एवं बाजार बढा़या गया।।
रचयिता
वन्दना यादव "गज़ल"
सहायक अध्यापक,
अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,
विकास खण्ड-डोभी,
जनपद-जौनपुर।
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