झलकारी बाई जयंती
रानी लक्ष्मीबाई की सेना में वह,
महिला शाखा दुर्गा दल की सेनापति थी।
लक्ष्मीबाई की वह हमशक्ल,
रानी के वेश में युद्ध किया करती थीं।।
22 नवम्बर 1830 को वह,
बुंदेलखंड के गाँव में जन्मी थीं।
पिता सदोवा (मूलचंद कोली) और
माता यमुनाबाई (धनिया) की बेटी थी।।
दृढ़प्रतिज्ञ और साहसी थीं झलकारी,
तीर, कटार, हथियार करतीं घुड़सवारी।
लूटपाट, डकैती से सुरक्षा के लिए
युद्ध करने का जोहर सीखी झलकारी।।
झाँसी की सेना में, एक सैनिक
'पूरन कोली' संग ब्याह झाँसी आई।
1857 के स्वतन्त्रता संग्राम में,
झलकारी ने स्वामी भक्ति दिखाई।।
रानी के वेश में युद्ध करते हुए,
वीरांगना झलकारी ने वीरगति पायी।
वर्ष 2001 में भारत सरकार ने,
झलकारी बाई 'डाक टिकट' जारी करायी।।
रचयिता
वन्दना यादव "गज़ल"
सहायक अध्यापक,
अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,
विकास खण्ड-डोभी,
जनपद-जौनपुर।
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