बाल दिवस
नन्हें-मुन्ने प्यारे बच्चे
सबके मन को भाते हैं
उनके प्यारे भोले चेहरे
सबके मन को हर्षाते हैं।।
बच्चों के साथ समय बिता कर
हम भी उत्साह से भर जाते हैं।
मन हो कितना भी बोझिल
पल में सब भूल जाते हैं।।
बच्चे होते मन के सच्चे
मन में कभी बैर ना लाते हैं
आपस में मिल जुल कर रहना
बच्चे सबको सिखलाते हैं।।
तो आओ हम सब मिलकर
बच्चों का जीवन महकाएँ
उनको अच्छी शिक्षा देकर
उनका भविष्य उज्ज्वल बनाएँ
रचनाकार
मृदुला वर्मा,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय अमरौधा प्रथम,
विकास खण्ड-अमरौधा,
जनपद-कानपुर देहात।
Comments
Post a Comment