सपना साइकिल की सवारी का
महान आविष्कारक मैकमिलन के अथक परिश्रम और उत्साह का प्रतिफल है हमारी आधुनिक साइकिल, जिसके द्वारा हम अपने कार्यों को आसानी से कर पाते हैं।
जहाँ तक मेरा सवाल है मुझे साइकिल की सवारी बहुत ही पसन्द है, कई बार प्रयास किया चलाने का, लेकिन अफसोस! मुझे साइकिल चलानी आज तक न आयी। क्लास 6 में पढ़ा निबंध "साइकिल की सवारी" के लेखक की साइकिल चलाते समय हुई दुर्दशा की याद अलबत्ता आ जाती है और भय के मारे साइकिल किनारे खड़ी कर दी जाती है। गौरतलब यह है कि पेट्रोल वाली टूव्हीलर चला लेती हूँ और अपना कार्य भलीभाँति निष्पादित कर लेती हूँ तथा जो चलाने के लिए प्रयासरत हैं उनके लिए प्रेरणा हूँ। किन्तु दो पहिए वाली बिना पेट्रोल के, सवार का इशारा समझकर चलने वाली साइकिल की सवारी एक सपना है।
साइकिल का अपना अनोखा महत्व है, हमारी माँसपेशियों और फेफड़ों को शक्ति प्रदान करने के साथ ही साथ पर्यावरण को शुद्ध करने में हमारी सहायता कर हमें ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण के खतरे से बचाकर हमें स्वस्थ बनाती है।
किसी भी जीवन स्तर के लिए साइकिल एक वरदान का काम करती है, गरीब के लिए यात्रा का महत्वपूर्ण संसाधन है तो अमीर के लिए एक्सरसाइज़ संयंत्र का काम करती है तथा बच्चों के लिए खेल -खेल में हवा से बात करना सीखने का संसाधन और मेरे लिए एक सपना कि क्या कभी मैं इस अदभुत संसाधन से सैर कर पाऊँगी? प्रयासरत हूँ और विश्वास रखती हूँ कि- "कोशिश करने वालों की कभी हार नही होती"
रचयिता
सरिता तिवारी,
सहायक अध्यापक,
कम्पोजिट विद्यालय कन्दैला,
विकास खण्ड-मसौधा,
जनपद-अयोध्या।
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