दो मित्र

दो मित्र थे बड़े घनिष्ठ।

उन्होंने बनाया सुन्दर चित्र।


एक बनाया मोटा मित्र

एक बनाया पतला मित्र।


फिर लगे दोनो हँसने और

और लगे फिर कहने।


ये नहीं हम दोनों के चित्र हैं।

ये तो है बहुत विचित्र।


रचनाकार

दीपमाला शाक्य दीप,

शिक्षामित्र,
प्राथमिक विद्यालय कल्यानपुर,
विकास खण्ड-छिबरामऊ,
जनपद-कन्नौज।



Comments

Total Pageviews

1165086