आओ बजाएँ मिलकर ताली
कक्षा 1 के बाल वृंद को वर्णमाला गीत के माध्यम से कुछ अच्छी बातें सिखाने का प्रयास -
अ से अनार आ से आम , आओ सीखें अच्छे काम ।
इ इमली ई से ईख , माँगो कभी न बच्चों भीख ।
उ उल्लू ऊ से ऊन , कितना सुंदर देहरादून ।
ऋ से ऋषि बडे तपस्वी , देखो वे हैं बड़े मनस्वी ।
ए से एड़ी ऐ से ऐनक , मेले में है कितनी रौनक ।
ओ से ओम औ से औजार , आओ सीखें अक्षर चार ।
अं से अंगूर अः खाली , आओ बजाएँ मिलकर ताली ।
आओ बजाएँ मिलकर ताली । आओ बजाएँ मिलकर ताली ।
क से कमल ख से खत , किसी को गाली देना मत ।
ग से गमला घ से घर , अपना काम आप ही कर ।
ड़ खाली ड़ खाली , झूल पड़ी है डाली डाली ।
आओ बजाएँ मिलकर ताली , आओ बजाएँ मिलकर ताली ।
च से चम्मच छ से छतरी , लोहे की होती रेल पटरी ।
ज से जग झ से झरना , दुख देश के सदा हैं हरना ।
ञ खाली ञ खाली , गुड़िया ने पहनी सुंदर बाली ।
आओ बजाएँ मिलकर ताली , आओ बजाएँ मिलकर ताली ।
ट से टमाटर ठ से ठेला , सुंदर होती प्रातः बेला ।
ड से डलिया ढ से ढक्कन , दही बिलोकर निकले मक्खन ।
ण खाली ण खाली , रखो न गंदी कोई नाली ।
आओ बजाएँ मिलकर ताली , आओ बजाएँ मिलकर ताली ।
त से तकली थ से थपकी , मिट्टी से बनती है मटकी ।
द से दूध ध से धूप , राजा को कहते हैं भूप ।
न से नल न से नाली , गोल हमारी खाने की थाली ।
आओ बजाएँ मिलकर ताली , आओ बजाएँ मिलकर ताली ।
प से पतंग फ से फल , बड़ा पवित्र है गंगाजल ।
ब से बाघ भ से भालू , मोटा करता सबको आलू ।
म से मछली म से मोर , चलो सड़क पर बाँयी ओर ।
य से यज्ञ र से रस्सी , पियो लू में ठंडी लस्सी ।
ल से लड्डू व से वन , स्वच्छ रखो सब तन और मन ।
श से शेर ष से षट्कोण , अंकों का मिलना होता जोड़ ।
स से सड़क ह से हल , अच्छा खाना देता बल ।
क्ष से क्षमा त्र से त्रिशूल , कड़वी बातें देती शूल ।
ज्ञ से ज्ञान देता ज्ञानी , हमें देश की शान बढ़ानी ।
आओ बजाएँ मिलकर ताली , आओ बजाएँ मिलकर ताली ।
रचयिता
डॉ0 रीता,
प्राथमिक विद्यालय नई बस्ती,
विकास क्षेत्र-पूरनपुर,
जनपद-पीलीभीत।
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