योगी बनें निरोगी बनें

स्वास्थ्य है सर्वोत्तम उपहार,

योग है इसका आधार।

स्वस्थ शरीर में ही,

स्वस्थ मस्तिष्क का होता विकास।


योग से होता तन मन निरोगी,

दूर होते सारे विकार।

असाध्य रोग भी होते दूर,

स्वस्थ शरीर का मिलता वरदान।

स्वास्थ्य है सर्वोत्तम उपहार,

योग है इसका आधार।


भारत ने दुनिया को योग सिखाया,

ऋषि-मुनियों ने महत्व बताया।

योग है हमारी पहचान,

ये है खुशियों की खान।


अपनी संस्कृति को अपनाएँ,

स्वस्थ जीवन का वरदान पाएँ।

स्वास्थ्य है सर्वोत्तम उपहार,

योग है इसका आधार।


संयमित जीवन शैली,

कर्म योग हमें सिखाता।

सादा जीवन उच्च विचार,

योग यह मूल मंत्र बताता।


योग को अपनाकर,

लाए जीवन में खुशियाँ और प्यार।

स्वास्थ्य है सर्वोत्तम उपहार,

योग है इसका आधार।


रचयिता

सुधा गोस्वामी,
सहायक शिक्षिका,
प्रथमिक विद्यालय गौरिया खुर्द,
विकास क्षेत्र-गोसाईंगंज,
जनपद-लखनऊ।



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