२१९~ सुनीता कटियार UPS पुर्वा फकीरे, सहार, औरैया

💎🏅अनमोल रत्न🏅💎

मित्रो आज हम आपका परिचय जनपद औरैया से एक ऐसी आदर्श चरित्र अनमोल रत्न शिक्षिका बहन सुनीता कटियार जी से करा रहे हैं जिन्होंने अपने सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से हम सबको ऐसा प्रेरक संदेश दिया है कि यदि हम सब थोड़ा भी अनुसरण करें तो सुनिश्चित रूप से बेसिक शिक्षा की तस्वीर और तकदीर दोनों परिवर्तित नजर आयेंगी|

आज जहाँ बहनों के लिए पारिवारिक दायित्व और सेवा में सामन्जस्य बैठाना चुनौती बना हुआ है जिससे कुछ शिक्षिका बहनें विद्यालय की जिम्मेदारियों, समय प्रबन्धन, अत्याधिक अतिरिक्त कार्य आदि की समस्याओं में ऐसी उलझ जाती है कि वह चाह कर भी कुछ बेहतर करने का स्वप्न पूरा नहीं कर पाती हैं। वहीं बहन सुनीता कटियार जी ने अपनी लगन और दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर अवकाश के दिनों में भी विद्यालयी कार्य पूर्ण कर शिक्षा के उत्थान और शिक्षक के सम्मान में निरन्तर कार्य करती रहती हैं जो हम सबके लिए अनुकरणीय है।
ऐसी आदर्श शिक्षिका बहन को मिशन शिक्षण संवाद परिवार की ओर से शत-शत प्रणाम|

तो आइये देखते हैं अनमोल रत्न बहन सुनीता कटियार जी के अनुकरणीय एवं प्रेरक प्रयास:-

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2058647567746163&id=1598220847122173

मैंने 03 जुलाई-2013 को पदोन्नत होकर वर्तमान विद्यालय में स०अ० के पद पर कार्यभार ग्रहण किया किन्तु विद्यालय के प्र०अ० व स०अ० दोनों लोगों के सेवानिवृत्त होने के साथ कारण अकेला होते हुए मुझे विद्यालय का पदभार संभालना पड़ा| लगभग 8 माह बाद विद्यालय में एक शिक्षक की नियुक्ति हुई उस समय नामांकित छात्रों की संख्या मात्र 57 और विद्यालय का भौतिक व शैक्षिक वातावरण अनुकूल नहीं था| शैक्षिक कार्य के साथ मैंने सर्वप्रथम बच्चों के साथ मिलकर लगभग एक माह तक लगातार विद्यालय में साफ-सफाई , बागबानी, वृक्षारोपण आदि कार्य किये| सभी कक्षाओं को शिक्षाप्रद चार्ट, पोस्टर आदि शैक्षिक सामग्री से सुसज्जित किया| अलग से एक मीना व आर्ट एण्ड क्राफ्ट कक्ष तैयार किया| विद्यालय समय के बाद व रविवार को भी बच्चों के साथ मिलकर विद्यालय सौन्दर्यीकरण हेतु अतिरिक्त कार्य किये| इस हेतु मैंने स्वयं लगभग 38000 की धनराशि खर्च की मुझे सबसे अधिक खुशी तब हुई जब हमारे खण्ड शिक्षा अधिकारी महोदय ने कहा *"अब यह विद्यालय स्वर्ग की भांति लगने लगा है"* बीआरसी सहसमन्वयक ने भी समय-समय पर मनोबल बढ़ाया|
उस समय विद्यालय में कोई अंग्रेजी शिक्षक न होने के कारण बच्चों को अंग्रेजी विषय में बिल्कुल रुचि नहीं थी पर लगातार प्रयास करते रहने से आज वे कक्षा में बोली जाने वाली अंग्रेजी बड़ी ही आसानी से समझने के साथ-साथ फर्राटे से बोल भी लेते हैं| प्रार्थना स्थल पर रोज सामान्य ज्ञान, प्रतिज्ञा , प्रेरक प्रसंग , अंग्रेजी कविता के साथ- साथ हर शनिवार को पी०टी०, बाल सभा व माह के अन्तिम शनिवार को बच्चों का जन्म दिवस का आयोजन धूम-धाम से किया जाता है|
विगत सत्र में विद्यालय में बच्चों की संख्या 103 रही इसका कारण विद्यालय समय के बाद भी रुक कर बच्चों को अतिरिक्त शिक्षा देना, उन्हें किताबी ज्ञान के साथ व्यवहारिक ज्ञान भी देना, उनके साथ पारिवारिक माहौल की भांति व्यवहार करना है| ये बच्चे विद्यालय में रविवार को भी आने को लालायित रहते हैं| विद्यालय के दोनों स०अ० श्री हरीबाबू व श्रीमती रंजना का भी प्रशंसनीय योगदान के साथ समस्त ग्रामवासियों व विद्यालय प्रबन्ध समिति का भी भरपूर सहयोग मिला है| इसी कारण पब्लिक स्कूल के बच्चों का बड़ी संख्या में लगातार विद्यालय में प्रवेश लेना बेसिक शिक्षा के बदलाव का सकारात्मक संकेत है|
🤝संकलन एवं लेखन🤝
ज्ञान प्रकाश जी
टीम मिशन शिक्षण संवाद
औरैया





👉 मित्रों आप भी यदि बेसिक शिक्षा के सम्मानित शिक्षक हैं या शिक्षा को मनुष्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण मानते हों और शिक्षा का प्रचार-प्रसार करना अपना कर्तव्य मानते है तो इस मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से शिक्षा के उत्थान एवं शिक्षक के सम्मान की रक्षा के लिए आपस में हाथ से हाथ मिला कर, मिशन शिक्षण संवाद के अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने में सहयोगी बनकर, शिक्षक स्वाभिमान की रक्षा के लिए आगे बढ़ें। हमें विश्वास है कि अगर आप सब अनमोल रत्न शिक्षक साथी हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सवेरा अवश्य आयेगा। इसलिए--

👫 आओ हम सब हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।

👉🏼 नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक साथी प्रेरक कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।

उपलब्धियों का विवरण, ऑडियो, वीडियो और फोटो भेजने का Whatsapp No.- 9458278429 एवं ईमेल- shikshansamvad@gmail.com है।

साभार: मिशन शिक्षण संवाद उ० प्र०

निवेदन:- मिशन शिक्षण संवाद की समस्त गतिविधियाँ निःशुल्क, स्वैच्छिक एवं स्वयंसेवी हैं। जहाँ हम आप सब मिलकर शिक्षा के उत्थान और शिक्षक के सम्मान के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसलिए यदि कहीं कोई लोभ- लालच या पद प्रतिष्ठा की बात कर, अपना व्यापारिक हित साधने की कोशिश कर रहा हो, तो उससे सावधान रह कर टीम मिशन शिक्षण संवाद को मिशन के नम्बर-9458278429 पर अवश्य अवगत करा कर सहयोग करें।

धन्यवाद अनमोल रत्न शिक्षक साथियों🙏🙏🙏
विमल कुमार
कानपुर देहात
11/04/2018

मिशन शिक्षण संवाद के  फेसबुक पेज, समूह, ब्लॉग, ट्विटर एवं यू-ट्यूब पर  ऐसे ही अनेकानेक नवाचार देखने, पढ़ने और कमेंट के रूप में अपने विचार लिखने के लिए क्लिक करें-

1-फेसबुक पेज:-
@ https://www.facebook.com/shikshansamvad
2- फेसबुक समूह:-
@ https://www.facebook.com/groups/118010865464649
3- मिशन शिक्षण संवाद ब्लॉग:-
@ http://shikshansamvad.blogspot.in
4- ट्विटर:-
@ https://twitter.com/shikshansamvad
5- यू-ट्यूब:-
@ https://www.youtube.com/channel/UCPbbM1f9CQuxLymELvGgPig
6- वेबसाइट:-
@ http://missionshikshansamvad.com

अपनी उपलब्धियों का विवरण, ऑडियो, वीडियो और फोटो भेजने का Whatsapp No.:- 9458278429 एवं ईमेल- shikshansamvad@gmail.com है।

Comments

Total Pageviews