स्कूल जो समय पर आया नहीं करते

स्कूल जो समय पर आया नहीं करते                                         
इज़्ज़त कभी समाज में पाया नहीं करते
जो वक़्त के हालात को समझा नहीं करते
अपने ही पद से दोस्तों वफा नहीं करते!
अब वक़्त है कुछ करके दिखा दो मेरे यारों
बातों से कभी जंग को जीता नहीं करते!
शिक्षा ही रौशनी है शिक्षा ही ज़िन्दगी
अफसोस है उन पर जो यह समझा नहीं करते !
कुछ करके दिखाने का अगर जज़बा है दिल में।
तूफां भी उसके राह को रोका नहीं करते !
पहुँचे बगैर मंज़िल पे लेते नहीं हैं दम                                       
क्यों लोग फिर भी हमको सराहा नहीं करते
रखते हैं जो औरों के लिए प्यार का जज़बा
वह लोग कभी टूट के बिखरा नहीं करते
इन्साफ अपने पद से करो पहले तुम इसहाक।
महफिल में खाली गज़लें सुनाया नहीं करते !

रचयिता
मो0  इसहाक
प्राथमिक विद्यालय गहरपुर,
विकास  खण्ड-ज्ञानपुर,
जनपद-भदोही।

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