पानीपत का प्रथम युद्ध
बाबर, लोदी इब्राहीम,
युद्धकला में बड़े प्रवीण।
पन्द्रह सौ छब्बीस का साल,
युद्ध हुआ था ये विकराल।।
21 अप्रैल के दिन जानो,
युद्ध भयंकर हुआ था मानो।
पानीपत का था मैदान,
जो जीते वो बने सुल्तान।।
गरज उठीं बाबर की तोपें,
इब्राहीम की रुकी न रोके।
उससे युद्ध गया न सम्भारा,
इब्राहीम लोदी गया मारा।
दिल्ली पर कब्जा बाबर का,
उत्तर भारत और आगरा।
मुगल वंश संस्थापक बाबर,
उमर शेख मिर्जा था फादर।।
मुगल सल्तनत का हुआ,
भारत पर अधिकार।
कालखंड कुछ छोड़कर,
राज्य रहा लगातार।।
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।
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