विश्व कला दिवस
मन के भावों को रंगों में उकेरता,
दिलों को दिनों तक कला जोड़ता।
अद्भुत, अनोखी होती है पेंटिंग
कला को कलाप्रेमी ही है परखता।।
अभिव्यक्ति और भावनाओं को,
तलाशने का माध्यम है कला।
विविध सभ्यता-संस्कृति को,
सहेजता-संचित करता है कला।।
प्रतिवर्ष 15 अप्रैल को,
विश्वकर्मा दिवस मनाया जाता है।
कलाओं के प्रति जागरूकता को,
बढ़ाने का काम किया जाता है।।
पहली बार विश्व कला दिवस,
15 अप्रैल 2012 को मनाया गया।
इटली के चित्रकार 'लियोनार्दो डा विंची' की
जन्मदिन को दिवस रूप में मनाया गया।।
लाॅस एंजिल्स में, वर्ष 2015 में,
दिवस की अधिकारिक घोषणा हुई।
कला प्रेमियों के लिए उत्सव दिवस ये,
प्रदर्शनी व कार्यशालाएँ भी शुरू हुईं।।
रचयिता
वन्दना यादव "गज़ल"
सहायक अध्यापक,
अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,
विकास खण्ड-डोभी,
जनपद-जौनपुर।
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