नमन

नमन तुम्हें है वीर जवानों,

नमन तुम्हारी देशभक्ति को।

नमन तुम्हारी कुर्बानी को,

नमन तुम्हारी आत्मशक्ति को।


तुम वीरों के कारण ही,

देश ने दीवाली मनाई है।

सीना ताने तुम सदा खड़े हो,

ना दुश्मन को पीठ दिखाई है।


अपनों के संग अपने घर में,

हम तीज, त्योहार मनाते हैं।

घर, नुक्कड़ और गलियों में,

मिलकर धूम मचाते हैं।


भारत माँ के वीर जवानों,

तुम सबकी बात निराली है।

सरहद पर ही तुम वीरों की,

होली और दीवाली है।


तुम सीमा पर डटे हुए हो,

ले कर बंदूक कांधे पर।

तुझे ना परवाह तूफानों की,

ना है अपनी जान का डर।


याद तुम्हें भी आती होगी,

अपने घर परिवार की।

तुमको बहुत रुलाती होगी,

याद खुशियों भरे संसार की।


रिश्ते नाते रख एक किनारे,

तुम अपना धर्म निभाते हो।

देश की रक्षा की खातिर,

तुम अपनी जान लुटाते हो।


धन्य हो तुम वीर जवानों,

धन्य तुम्हारी जवानी है।

अमर रही है अमर रहेगी,

तेरी सदा कुर्बानी है।


तुम सा वीर बलिदानी,

ना जग में कोई हुआ है।

रहो सलामत सदा तुम वीरों,

हम सब की यही दुआ है।


रचनाकार

सपना,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय उजीतीपुर,
विकास खण्ड-भाग्यनगर,
जनपद-औरैया।

Comments

Total Pageviews