बिजली रानी जल्दी आओ

बिजली रानी जल्दी आओ
हमको इतना मत तरसाओ।
हमको गर्मी लगती भारी
ख़त्म हो गया ठंडा पानी।
कैसे देखें मोटू पतलू
छोटा भीम, कालिया, जग्गू।
कूलर, फ्रिज बेकार हो गए
इन्वर्टर भी जवाब दे गए।
होमवर्क अब कैसे करें हम
बिन बिजली के कैसे पढ़ें हम।
मोबाइल फोन भी मन्द हो गए
मैसेज आने बन्द हो गए।
मच्छर काटें शोर मचाएँ
बिन पंखे के सो नहीं पाएँ।
जेई अंकल सुनो हमारी
जल्द भेज दो बिजली रानी।।

रचयिता
जमीला खातून, 
प्रधानाध्यापक, 
बेसिक प्राथमिक पाठशाला गढधुरिया गंज,
नगर क्षेत्र मऊरानीपुर, 
जनपद-झाँसी।

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