वीर सावरकर पुण्यतिथि

समाज सुधारक, इतिहासकार, नेता और थे विचारक,

हिन्दुत्व विकसित करने से, मिला नाम वीर सावरकर।

मुम्बई प्रेसिडेंसी' नासिक के पास, भागुर गाँव,

जन्मे विनायक, राधाबाई-दामोदर पन्त की छाँव 


'नासिक षड्यंत्र' में उनकी भूमिका सामने आई,

ब्रिटिश सरकार ने काला पानी की सजा सुनाई।

जेल में कील और कोयले से लिखते थे वह कविता,

अंडमान के कारावास में, 10 हजार पंक्तियाँ लिखा।।


वीर सावरकर ने, 'विदेशी वस्त्रों' की खुद होली जलाई, 

दो-दो बार उन्होंने, आजीवन कारावास की सजा पाई।

'अभिनव भारत' नामक, क्रान्तिकारी संगठन बनाया,

आपने 'हिन्दुत्व नास्तिक' का, था खुद पहचान बनाया।।


'इच्छा मृत्यु के' वीर सावरकर थे, प्रबल समर्थक

माना 'जीवन मिशन' पूरा होने पर, जीना है निरर्थक।

26 फरवरी 1966 को, 82 वर्ष में उनकी मृत्यु हुई

इतिहासकारों द्वारा, उपवास से इच्छा मृत्यु बताई गई।।


रचयिता

वन्दना यादव "गज़ल"
सहायक अध्यापक,

अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,

विकास खण्ड-डोभी, 
जनपद-जौनपुर।

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