चूड़ी, बिन्दी, पायल, कंगन
चूड़ी, बिन्दी, पायल, कंगन, लेते नाम तुम्हारे हैं।
ओ सरहद पर जाने वाले, तुझको ही पुकारे हैं।
चूड़ी, बिन्दी, पायल, कंगन लेते नाम---------------
पल -पल यादें तेरी दिल में, तुझसे सांझ सकारे हैं।
तुझसे ही जीवन मेरा, तेरे लिए ये रूप सँवारे हैं।
चूड़ी, बिन्दी, पायल, कंगन लेते नाम---------------
मुन्ना मुन्नी एक जुबानी, कहते पापा प्यारे हैं।
पर न आते साथ हमारे, सबके पापा तो आते हैं।
चूड़ी, बिन्दी, पायल, कंगन लेते नाम---------------
माँ बाबूजी कहते हैं, अबकी सावन आयेगा।
पर तू नहीं आ पाया, दिल सूने -सूने हमारे हैं।
चूड़ी, बिन्दी, पायल, कंगन लेते नाम--------------
फ़र्ज़ वतन पर तुमने, कितना खूब निभाया है।
दीवाली पर दिया हमने, तेरे बिना जलाया है।
चूड़ी, बिन्दी, पायल, कंगन नाम------------------------
श्रंगारो से सजी हुई, शाम सुहानी आई है।
करवा चौथ पर तेरी फोटो, दिल में मैंने सजाई है।
चूड़ी, बिन्दी, पायल, कंगन लेते नाम ----------------
अबकी लम्बी छुट्टी आना, समय बहुत सा ले आना।
पायल कंगन न लाना ,बस प्यार भरा दिल ले आना।
चूड़ी, बिन्दी, पायल, कंगन लेते नाम------------------
प्रेम पपीहा बन कर कुछ, यादों को अंकित कर देना।
तेरे बिना हँस जाऊँ देख, थोड़े से पल वो ले आना।
चूड़ी, बिन्दी, पायल, कंगन लेते नाम----------------------
रचनाकार
दीपमाला शाक्य दीप,
शिक्षामित्र,
प्राथमिक विद्यालय कल्यानपुर,
विकास खण्ड-छिबरामऊ,
जनपद-कन्नौज।
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