जीवन तेरे नाम लिखूँ माँ
मान लिखूँ, प्रतिमान लिखूँ माँ,
यह जीवन तेरे नाम लिखूँ माँ।
मैं धन्य हुआ माँ तुमको पाकर,
तुम ही हो अभिमान लिखूँ माँ।
मैं बिम्ब लिखूँ प्रतिबिम्ब लिखूँ,
और ज्ञान लिखूँ प्रज्ञान लिखूँ माँ।
माँ अधीष्ठात्री, जन्मदात्री हो तुम,
बस तुम हो मेरी जान लिखूँ माँ।
करता तुमको सब कुछ अर्पण,
मैं तेरे चरणों में प्रणाम लिखूँ माँ।
तुम छन्द बन्द हो व्याकरण भी,
तुमको भाषा विज्ञान लिखूँ माँ।
रचयिता
डॉ० प्रभुनाथ गुप्त 'विवश',
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय बेलवा खुर्द,
विकास खण्ड-लक्ष्मीपुर,
जनपद-महराजगंज।
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