खेल गणित का

खेल गणित का समझो भैया,

वरना हो जाओगे फेल।

गणित बिना है जीना मुश्किल,

जैसे पटरी बिन रेल।


दुःखों का 'घटाना' सीखो भैया,

बना लो जीवन आसान,

दुःखों की गठरी ढोते-ढोते,

वरना हो जाओगे हैरान।


धन का 'जोड़' सीखकर भैया,

धन दौलत के भंडार भरो।

सुख समृद्धि घर में लाकर,

माँ लक्ष्मी की जयकार करो।


खुशियों का 'गुणा' करके भैया,

खुशियों के भंडार भरो।

जीवन खुशहाल बनाकर अपना,

सुकून की लंबी साँस भरो।


'भाग' जीवन का अटल सत्य है,

इस पर तुम विचार करो।

ईश्वर दे तुमको जो कुछ भी,

उसके तुम हिस्सेदार बनो।


महत्व गणित का समझो भैया,

वरना बहुत पछताओगे,

जीना होगा दुश्वार तुम्हारा,

कुछ भी कर ना पाओगे।


रचनाकार

सपना,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय उजीतीपुर,
विकास खण्ड-भाग्यनगर,
जनपद-औरैया।

Comments

Total Pageviews