अटल बिहारी बाजपेई

अटल रहा है अटल रहेगा

भारत  का  दिनमान, 

जिनके संरक्षण में कारगिल का

रूका  नहीं  संग्राम, 


जिनकी चर्चा से संसद में 

कीर्तिमान हैं गूँज रहे, 

सत्ता छोड़ी एक वोट से

फिर भी पथ पर अटल रहे, 


एकांकी जीवन संतों सा

कलम चली थी जो निर्वाक्, 

हिन्दी की सेवा कर डाली 

दृष्टान्तों पर चलकर आज, 


धरती पर निस्वार्थ जिएँगे जो

बचा गये झण्डे की शान, 

कैसे 15 अगस्त मनाते

कैसे करते 'जन गण मन गान, 


कविता उनकी समय बोलती

सब दर्दों की पर्त खोलती, 

आजादी है अभी अधूरी

सपना था, अब होगी पूरी, 


कमल खिलाए मरूस्थल में

पोख़रन में इतिहास रचाए,

देह नहीं तुम शुद्ध आत्मा

दिल से कैसे तुम्हें भुलाएँ,


राजनीति के सन्त जिन्होंने

पाया 'भारत रत्न' अनमोल

भारत को आधार दे गये

उनका जीवन था अनमाेल, 


रचयिता
रीता गुप्ता,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय कलेक्टर पुरवा,
विकास खण्ड-महुआ,
जनपद-बाँदा।



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