महिला सशक्तिकरण विशेषांक-310

*👩‍👩‍👧‍👧महिला सशक्तीकरण विशेषांक:-310*
*मिशन शिक्षण संवाद परिवार की बहनों की संघर्ष और सफ़लता की कहानी*
(दिनाँक-01/03/2025)

नाम- कल्पना गौतम 
पद- सहायक अध्यापक 
विद्यालय- प्राथमिक विद्यालय जगदीशपुर, देवमई, फतेहपुर 

*सफलता एवं संघर्ष की कहानी :-*👇
    ★प्रथम नियुक्ति  –प्रा० वि० डांडा अमोली, खजुहा, फतेहपुर 
सामाजिक सेवा की शुरुआत- एक शिक्षक के नाते मेरा मानना है कि सामाजिक सेवा की शुरुआत उसी दिन से हो गई थी जिस दिन मैं प्रथम बार अपने स्कूल गई और वहां के बच्चों रसोईया एवं अपने पूरे विद्यालय परिवार से मिली।
विद्यालय और जीवन की समस्याएं- आप सभी पाठकों को और मिशन शिक्षण संवाद को तहे दिल से नमन करती हूॅं। जीवन में अनेकों अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है लेकिन हम महिलाओं के साथ एक और भी उस समस्याओं का सामना कर रहा होता है। अगर हम मायके में हो तो हमारे मां- बाप या भाई और ससुराल में हो तो पति ऐसा ही कुछ मेरे साथ में स्कूल जाते समय प्रथम दिन हुआ 
मैं मिशन की और श्रीमती नीलम भदोरिया जी और श्रीमती गीता यादव जी की बहुत-बहुत आभारी हूं कि जिनकी वजह से मैं अपने आप बीती आपके समक्ष बता पा रही हूं मुझे गाड़ी चलाने नहीं आती इस कारण मेरे पति मुझे बाइक में लेकर विद्यालय गए मेरी पहले नियुक्त जिस विद्यालय में हुई थी वह एकल विद्यालय था जिस कारण मुझे ज्वाइन वहां के न्याय पंचायत स्तर से एनपीआरसी महोदय जी ने करवाया जो बहुत ही सौम्या और सुशील स्वभाव के थे मेरी बाइक रास्ते में खराब हो गई थी वहां कोई भी दुकान नहीं थी जहां हम अपनी बाइक सही कर सकते फिर एनपीआरसी जी को फोन कर गया तो अपने बाइक से टॉर्चिंग करके स्कूल तक लेकर गए और विद्यालय में कार्यभार ग्रहण कराया।
फिर वही के एक लोकल दुकान से बाइक सही कराई चैन पैकेट खराब हो गई थी। जैसे तैसे हम वहां से निकलते आते गेरू खेड़ा के आगे मेरी साड़ी बाइक के चैन से फस गई और मैं गिरते  बची यह भगवान की कृपा थी हम पर फिर राहगीरों द्वारा हमारी मदद की गई बारिश अलग से हो रही थी क्योंकि जुलाई का महीना था। इसी तरह अपनी समस्याओं से निपटते हुए घर पहुंचे वह दिन मुझे समस्याओं से निकलने और समाधान ढूंढने के लिए तैयार करता है। 
स्वयं के जीवन की समस्याएं- मेरे ख्याल से आज के इस भाग दौड़ भरी  जिंदगी में कोई भी ऐसा नहीं होगा जिसके जीवन में कोई समस्या ना हो हां समस्या का कारण जरूर अलग हो सकता है मेरे जीवन की रेखाएं तो बिल्कुल ही सीधी नहीं है बल्कि बहुत ही आड़ी टेढ़ी मोड़ है। छोटी हो या बड़ी खुशी कभी सीधी नहीं आती बहुत पापड़ बेलने पड़ते हैं सीधी होते हुए भी जब तक समस्या टेढ़ी नहीं हो जाती समस्या को सुकून नहीं मिलता इन्हीं टेढ़ी-मेढ़ी राहों से गुजर रही है जिंदगी। 
स्वयं के जीवन के संघर्ष एवं सफलताएं- मैंने अपने जीवन में काफी संघर्षों का सामना किया है मैं जिस चयन के द्वारा टीचर नियुक्त हुई उसकी विज्ञप्ति -2004 की है और मुझे जॉइनिंग 2011 में मिली इस बीच का दौरा काफी संघर्ष भरा रहा चयन के बाद मैंने अपने जीवन में सफलताएं भी 
पाए हैं। 
कार्य क्षेत्र की उपलब्धियां-
1- ब्लाक स्तरीय बाल कीड़ा प्रतियोगिता 2022-23 प्रशस्ति पत्र
2- जनपद स्तरीय आजादी का अमृत महोत्सव प्रशस्ति पत्र 
3-जनपद स्तरीय शिक्षक सम्मान 2021 
4-डाइट से जिला स्तरीय कला उत्सव प्रतियोगिता प्रमाण पत्र 
5- जिला स्तरीय महिला सशक्तिकरण प्रमाण पत्र 
6- प्रेरणा महोत्सव समारोह प्रमाण पत्र 2021 
7-निपुण प्रदर्शनी हेतु जनपद स्तरीय प्रशस्ति पत्र 
8- प्राची डिजिटल पब्लिकेशन के तरफ से प्रमाण पत्र 
9- जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नवाचार हेतु प्रमाण पत्र 
10-जिला स्तरीय TLM निर्माण कार्यशाला प्रमाण पत्र
11- निपुण विद्यालय सम्मान प्रमाण पत्र 
12- बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से प्रशस्ति पत्र
स्वयं की उपलब्धि- स्वयं की उपलब्धि तो यही है कि मैं अपने हर बच्चों को एक अच्छा नागरिक बना सकूं यही मेरी उपलब्धि होगी। 
मिशन के लिए संदेश- मिशन की मैं बहुत-बहुत आभारी हूं जिसके कारण हर महिला की दबी हुई कहानी को सबके समक्ष लाई जाती है। जिसके लिए हम सभी आपके हमेशा आभारी हूं और अंतर मन से आभार व्यक्त करती हूं और मुझे भी आज यह मौका दिया मिशन ने कि मैं अपनी बात रख पाई
_✏संकलन_
ज्योति कुमारी
*📝टीम मिशन शिक्षण संवाद।*

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